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महाराष्ट्र में भूस्खलन और बाढ़ से 44 लोगों की मौत, अन्य राज्यों में भी अलर्ट

अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर रुकी हुई ट्रेनों में लगभग 6000 यात्री फंसे हुए हैं.

क्विंट हिंदी
भारत
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<div class="paragraphs"><p>महाराष्ट्र के चिपलून इलाके में बाढ़ से हालात गंभीर</p><p></p></div>
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महाराष्ट्र के चिपलून इलाके में बाढ़ से हालात गंभीर

(फोटो: क्विंट हिंदी)

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महाराष्ट्र में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. रत्नागिरी जिले के चिपलुन में पिछले 24 घंटे में आई भीषण बाढ़ के कारण कम से कम 5000 लोग फंसे हुए हैं.

महाराष्ट्र के कोंकण इलाके में लगातार बारिश होने से कई जिलों में बाढ़ आ गई है. बाढ़ के इन हालातों के चलते अब तक कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई है. बारिश से जानमाल का भी काफी नुकसान हुआ है. फिलहाल पूरे इलाके में बचाव का काम जारी है.

कई दिनों से लगातार हो रही बारिश ने कोंकण इलाके को बुरी तरह प्रभावित किया है. बताया जा रहा है कि ऐसे हालात रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों की नदियों में पानी बढ़ने से बने हैं. वहां नदियां खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं.

NDTV के अनुसार कोंकण रेलवे लाइन पर लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रोका गया है और कई ट्रेनों को रद्द भी कर दिया गया है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर रुकी हुई ट्रेनों में लगभग 6000 यात्री फंसे हुए हैं.

भारतीय मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले 2 से 3 दिनों के दौरान पश्चिमी तट पर व्यापक रूप से बारिश होने की संभावना है"

आईएमडी ने शुक्रवार 23 जुलाई को महाराष्ट्र में बारिश से प्रभावित 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.

समाचार एजेंसी ANI ने बताया कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने राज्य में बाढ़ की बिगड़ती स्थिति को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है.

इसके साथ शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने भी गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को पत्र लिखकर महाराष्ट्र के रत्नागिरी और कोल्हापुर जिलों में राहत कार्यों के लिए अतिरिक्त एनडीआरफ टीमों को तैनात करने का अनुरोध किया है

बाढ़ बचाव दल।

(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)


बाढ़ बचाव दल।

(फोटो: द क्विंट द्वारा एक्सेस किया गया)

खराब मौसम के चलते प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ के हालात में राहत कार्य के लिए कुल 7 नौसैनिक बचाव दल गुरुवार को मुंबई से रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में तैनात किए गए हैं.

चिपलून

महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के चिपलून में पिछले 24 घंटे में लगातार मूसलाधार बारिश होने के कारण भीषण बाढ़ आ गई है. जिसके कारण कम से कम 5000 लोग यहां फंसे हुए हैं. यहां के इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है.

चिपलून मुंबई से लगभग 240 किलोमीटर दूर है. खबरों के अनुसार यह संभवतः पूरे महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा बाढ़ से प्रभावित है. फंसे हुए स्थानीय लोगों को भारतीय तटरक्षक बल द्वारा सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया जा रहा है. भीषण बाढ़ के चलते मुंबई गोवा राज्य मार्ग को भी बंद कर दिया गया है.

रत्नागिरी के चप्लुन में बसें डूब गईं।

(फोटो: पीटीआई)

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा "NDRF और अन्य बचाव दल को चिपलून में बाढ़ से प्रभावित इलाकों तक पहुंचने में परेशानी हो रही है क्योंकि सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त है स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.

रायगढ़

रायगढ़ कलेक्टर निधि चौधरी ने कहा कि जिले में भूस्खलन से कम से कम 36 लोगों की मौत हुई है, तलाई गांव में 32 और सखार सुतार वाड़ी से 4 मौतें हुई हैं. इसके अलावा 30 लोगों के फंसे होने की खबर भी है.

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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हुआ हादसा बहुत दुखद है मैंने इस संबंध में सीएम उद्धव ठाकरे और एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान से बात की है एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. केंद्र वहां हर संभव मदद कर रहा है.

सतारा

ANI ने बताया कि सतारा जिले में बाढ़ के हालातों की वजह से 8 लोगों की जान जा चुकी है. इसके साथ 27 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है.

बारिश प्रभावित जिले में भूस्खलन से कम से कम 20 लोगों के फंसे होने की खबर है.

शुक्रवार को सतारा जिले के कराड में भारी बारिश के बाद कोयना-कृष्णा नदी के उफान के कारण आंशिक रूप से डूबा कृषणमाई मंदिर 

(फोटो: पीटीआई)

सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा जिन इलाकों में भूस्खलन की संभावना है वहां रहने वाले लोगों को निकालने और वहां से स्थानांतरित करने का आदेश दिया हुआ है.

नौसेना के बाढ़ बचाव दल पूरी तरह से आत्मनिर्भर हैं, उनके पास ऐसी स्थितियों में बचाव और राहत कार्य करने के लिए आधुनिक उपकरण मौजूद हैं. वे लाउड हैलर, प्राथमिक चिकित्सा किट, लाइफ जैकेट आदि से लैस हैं.

जरूरत पड़ने पर अगर बचाव और राहत के लिए और लोगों की आवश्यकता पड़ती है तो उसके लिए भी मुंबई में बचाव दल आने के लिए तैयार किए जा रहे हैं.

महाराष्ट्र के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि कोल्हापुर में स्थिति भयावह है क्योंकि पंचगंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, मदद भेजी जा रही है.

उन्होंने कहा कि कोल्हापुर में 45 से 50 लोगों के हताहत होने की खबर है इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ की 2 टीमें क्षेत्र में मौजूद हैं उन्होंने कहा कि प्रभावित इलाके में सेना भी तैनात की गई है.

मुआवजे की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन के कारण मरने वाले मृतकों के परिजनों को दो 2-2 लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है घायलों को 50 हजार का मुआवजा भी दिया जाएगा.

पीएम ने कहा, महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन के कारण लोगों की मौत से दुखी हूं. मृतक परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. मैं घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं. बारिश से महाराष्ट्र में बिगड़े हालातों में कड़ी नजर रखी जा रही है और सहायता पहुंचाई जा रही है.

अन्य राज्यों के हाल

अगले 24 घंटों में उत्तर पश्चिमी भारत में तेज बारिश में कमी की भविष्यवाणी की गई है.

पश्चिमी हिमालय क्षेत्र (जम्मू कश्मीर और लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड.) में भारी बारिश की संभावना है.

पंजाब और उत्तर प्रदेश में बारिश 25 जुलाई से बढ़ सकती है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में लगातार बारिश के बाद कई इलाकों में दीवार और छत गिरने की घटनाओं से 7 लोगों की जान चली गई है और 2 लोग घायल हो गए हैं.

दिल्ली में अगले 24 घंटों में अलग-अलग इलाकों में मध्यम बारिश होने की संभावना है.

उत्तराखंड के चंपावत जिले में भारी बारिश के बाद टनकपुर घाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के बाद करीब दो दर्जन लोग फंसे हुए हैं.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया.

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शुक्रवार को बिकोहोलिम तालुका के कुछ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रभावित लोगों तक तुरंत सहायता पहुंचाई जाए.

(एएनआई और एनडीटीवी के इनपुट्स के साथ)

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