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राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 30 मई को शाम 7 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे.
सबकी निगाहें अब मंत्रिपरिषद पर हैं, क्योंकि कई नाम हवा में तैर रहे हैं. सीनियर पार्टी नेता राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, सुरेश प्रभु, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, मेनका गांधी और जे.पी. नड्डा को फिर से कैबिनेट में रखा जा सकता है.
सूत्रों के मुताबिक नरेंद्र मोदी थोड़ी देर में अरुण जेटली से मिलने उनके घर जाएंगे. मोदी, जेटली से सरकार में बने रहने की बात कर सकते हैं.
नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बांग्लादेशी राष्ट्रपति अब्दुल हामिद दिल्ली पहुंच चुके हैं. मोदी 30 मई को पीएम पद की शपथ लेंगे.
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि मुख्यमंत्री को समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है और वह इसमें भाग लेंगे. दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी दोनों एक दूसरे पर हमला बोलते रहे हैं.
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की बात कही थी.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. दो दिन बाद नई सरकार शपथ ग्रहण करने वाली है. ये पता नहीं चल पाया है कि दोनों के बीच में क्या बातचीत हुई, लेकिन संभवत: दोनों ने मंत्रिपरिषद के गठन पर बातचीत की है. सबकी निगाहें अब मंत्रिपरिषद पर हैं, क्योंकि कई नाम हवा में तैर रहे हैं.
अकाली दल बादल की हरसिमरत कौर बादल और लोजपा के रामविलास पासवान भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं. कई नए चेहरे सरकार में कनिष्ठ मंत्रियों के रूप में शामिल किए जा सकते हैं, जबकि कुछ पूर्व राज्यमंत्रियों को मंत्रिमंडल में बरकरार रखा जा सकता है.
सरकारी प्रवक्ता ने कहा, “भारत सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए BIMSTEC सदस्य देशों के नेताओं को आमंत्रित किया है. सरकार ने 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी के तहत इन नेताओं को आमंत्रित करने पर फोकस किया है. किर्गिज रिपब्लिक के राष्ट्रपति, जो शंघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेशन के वर्तमान अध्यक्ष हैं और मॉरीशस के प्रधानमंत्री, जो इस साल प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि थे, को भी आमंत्रित किया गया है.”
30 मई 2019 को भारत के प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में देश विदेश से तमाम बड़े नेता शामिल होंगे. एक सरकारी प्रवक्ता ने कुछ विदेशी नेताओं के समारोह में शामिल होने की पुष्टि की है. ये हैं नाम-
नरेंद्र मोदी ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति कोविंद से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. इससे पहले वो एनडीए संसदीय दल के नेता चुने गए थे.
एनडीए का एक डेलीगेशन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला और उन्हें एक पात्र सौंपा जिसमें नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुने जाने की बात थी. एनडीए के सहयोगी दलों का समर्थन पत्र भी राष्ट्रपति को सौंपा गया.
नरेंद्र मोदी ने एनडीए संसदीय दल की बैठक में कहा कि वोट-बैंक की राजनीति ने अल्पसंख्यकों में डर पैदा किया है. मोदी ने कहा, "अल्पसंख्यकों का चुनाव में इस्तेमाल किया गया. वो छला हुआ महसूस करते हैं. हम सभी समुदाय के लोगों को साथ लेकर आएंगे."
एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने संविधान के सामने सर झुकाया. मोदी ने एनडीए की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता का रुतबा भारत के मतदाता को कभी प्रभावित नहीं करता. नरेंद्र मोदी ने कहा, "जनता ने हमें सेवाभाव के चलते स्वीकार किया है. हमें कंधे से कंधा मिला कर चलना है."
नरेंद्र मोदी एनडीए संसदीय दल के नेता चुन किये गए हैं. अकाली दल नेता प्रकाश सिंह बादल ने मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा था. नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे, रामविलास पासवान जैसे NDA के सहयोगी दलों के नेताओं ने मोदी के नाम का समर्थन किया.
संसद के सेंट्रल हाल में आयोजित NDA संसदीय दल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए नरेंद्र मोदी पहुंच गए हैं. NDA दलों के नेताओं के अलावा बीजेपी के सभी 303 सांसद इस बैठक में मौजूद हैं.
NDA संसदीय दल की बैठक थोड़ी देर में शुरू होने जा रही है. इसमें हिस्सा लेने के लिए NDA गठबंधन के सभी दलों के नेता पहुंचे हैं. अमित शाह. लाल कृष्णा आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह समेत सभी नेता मौजूद हैं. बैठक में नरेंद्र मोदी संसदीय दल के नेता चुने जाएंगे.
गुरदासपुर से सांसद चुने गए सनी देओल NDA मीटिंग में हिस्सा लेने पहुंच गए हैं.
दिल्ली में एनडीए की बैठक हो रही है. इस बैठक में शामिल होने के लिए नवनिर्वाचित सदस्य संसद भवन पहुंच रहे हैं. इस बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना जाएगा.
वाराणसी से सांसद नरेंद्र मोदी 27 मई को यहां रोड शो करेंगे. नरेंद्र मोदी विश्वनाथ मंदिर भी जाएंगे और उसके बाद कार्यकर्ताओ के सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
लोकसभा चुनाव में एनडीए को मिली बड़ी जीत के बाद आज दिल्ली में एनडीए में शामिल पार्टियों की बैठक होगी. इसमें हिस्सा लेने के लिए उद्धव ठाकरे दिल्ली पहुंच गए हैं.
राष्ट्रपति ने कैबिनेट की 16वीं लोकसभा भंग करने कीसिफारिश को मंजूरी दे दी है. इससे पहले कैबिनेट मीटिंग में इस सिफारिश को मंजूरी दी गई थी. जिसके बाद राष्ट्रपति के हस्ताक्षर होने थे.
लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत के बाद अब पीएम मोदी मां से आशीर्वाद लेने गुजरात पहुंचेंगे. पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा, कल शाम मां से आशीर्वाद लेने गुजरात जा रहा हूं. इसके बाद मैं काशी के लोगों को धन्यवाद देने वहां जाऊंगा.
बीजेपी और एनडीए को मिली बड़ी जीत के बाद आज दिल्ली में एनडीए दलों की बैठक होगी. इस बैठक में संसदीय दल का नेता चुना जाएगा. पहले से ही तय है कि नरेंद्र मोदी को ही संसदीय दल का नेता चुना जाना है. एनडीए के बड़े नेता आज बैठक के लिए दिल्ली पहुंचेंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति से मुलाकात की और मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा सौंप दिया. राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नरेंद्र मोदी और मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया है कि वे नई सरकार के पद ग्रहण करने तक कार्यभार संभाले रखें.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुवाई वाले एनडीए के नवनिर्वाचित सांसदों की शनिवार को बैठक होने जा रही है. जिसमें वे औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपना नेता चुनेंगे. इसके साथ ही सरकार के गठन की दिशा में प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकेगा. बीजेपी सूत्रों ने बताया कि यह बैठक संसद के केंद्रीय कक्ष में शाम 5 बजे होगी.
समझा जाता है कि एनडीए का नेता चुने जाने के बाद मोदी सांसदों को भी संबोधित कर सकते हैं. नरेन्द्र मोदी को पहले ही एनडीए का नेता घोषित किया जा चुका है, ऐसे में इस बैठक को एक तरह से औपचारिकता माना जा रहा है.
बता दें, लोकसभा चुनाव में बीजेपी 302 सीटें जीत चुकी है और एनडीए गठगबंधन को 350 सीटें हासिल हुई हैं.
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