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पुलवामा आतंकी हमले के 45 दिनों के भीतर सुरक्षाबलों ने टेक्निकल और ह्यूमन इंटेलिजेंस ऑपरेशंस की मदद से हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद की पूरी टीम को निष्क्रिय कर दिया. सुरक्षाबलों ने हमले में किसी भी तरह से शामिल आतंकियों को अलग-अलग ऑपरेशन में या तो ढेर कर दिया, या फिर अरेस्ट कर लिया.
जम्मू-कश्मीर में इस साल कुल 66 आतंकी मारे गए. इनमें से 27 आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के थे. 19 आतंकी पुलवामा आतंकी हमले के बाद मारे गए हैं.
पुलवामा हमले के बाद, हमले में सीधे तौर पर शामिल जैश के चार आतंकवादी मारे गए, जबकि चार अन्य को अलग-अलग ऑपरेशंस में गिरफ्तार किया गया है. कश्मीर घाटी में जैश के 40 ग्राउंड सपोर्टर्स से पूछताछ के जरिए इनपुट हासिल किए गए.
सुरक्षाबलों से जुड़े सूत्रों की मानें तो 18 फरवरी को कामरान, 11 मार्च को मुशाशिर अहमद खान और 11 मार्च को ही सज्जाद भट नाम के आतंकी मारे गए.
निसार अहमद तांत्रे और सज्जाद समेत दो आतंकी आतंकवादी हमले में भूमिका के लिए एनआईए की हिरासत में हैं. तांत्रे ने पाकिस्तान स्थित जैश आतंकवादी यासिर से वाहन आधारित इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस हासिल कर आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार की मदद की थी.
(इनपुटः ANI)
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