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हिन्दू धर्म में कुंभ मेले का खासा महत्व है. हिंदू कुंभ को पावन तीर्थयात्राओं में से एक मानते हैं. प्रयागराज कुंभ में कई कर्मकांड शामिल होते हैं. लाखों श्रद्धालु कुंभ मेले में पहुंचते हैं और त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाते हैं.
ऐसा माना जाता है कि त्रिवेणी संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाकर सभी पाप धुल जाते हैं. इस बार ये विश्व विख्यात कुंभ मेला 15 जनवरी से शुरू होकर 4 मार्च तक चलेगा.
क्विंट हिंदी की टीम प्रयागराज पहुंची है. यहां से हम आपको कुंभ की खूबसूरती को दिखाने वाली तस्वीरें, मेले से जुड़े तमाम दिलचस्प किस्से और कुंभ 2019 के आयोजन से जुड़ी हर बात बताएंगे. हम आपको ये भी बताएंगे कि कुंभ 2019 के मुख्य आकर्षण क्या हैं?
क्विंट हिंदी की टीम कैमरे की नजर से दिखाएगी आस्था का संगम 'कुंभ 2019'.
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मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने गुरुवार को प्रयागराज पहुंचकर कहा कि उन्हें कुंभ में आकर आध्यात्मिक अनुभव की प्राप्ति हुई है. जगन्नाथ वाराणसी में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस के मुख्य अतिथि थे. संगम तट पर मीडिया को संबोधित करते हुए जगन्नाथ ने कहा, “सबसे पहले मैं प्रवासी भारतीय दिवस के मुख्य अतिथि के तौर पर मुझे आमंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहूंगा. मेरा, मेरी पत्नी, मेरे प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करने के लिए उत्कृष्ट व्यवस्था की गई. वाराणसी और फिर प्रयागराज आना मेरे लिए, मेरी पत्नी और मेरे प्रतिनिधिमंडल के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव रहा है.”
उन्होंने कहा, “ मैं आशा करता हूं कि मेरी इस यात्रा से भारत और मॉरीशस के बीच पहले से कायम मजबूत रिश्ता और प्रगाढ़ होगा. आइये, संगम की इस आध्यात्मिक भूमि पर हम गंगा मां से भारत और मॉरीशस के लिए आशीर्वाद मांगे.”
भारतीय पंचांग के पौष मास के शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि को पौष पूर्णिमा कहते हैं. पूर्णिमा को ही पूर्ण चन्द्र निकलता है. कुंभ मेले की अनौपचारिक शुरूआत इसी दिन से मानी जाती है. इसी दिन से कल्पवास भी शुरू होता है.
हिंदुओं में पौष पूर्णिमा के स्नान का खास महत्व है. पौष पूर्णिमा के बारे में शंकराचार्य अधोक्षानंद ने कहा, ‘‘पौष पूर्णिमा हिन्दुओं के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. इस दिन देशभर से आने वाले श्रद्धालु संगम पर डुबकी लगाने के लिए इकट्ठे होते हैं.''
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को दावा किया कि पहले शाही स्नान के अवसर पर कुंभ मेले में सवा दो करोड़ लोग आए जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
योगी ने कुंभ में मकर संक्रांति के मौके पर पहले शाही स्नान के सकुशल संपन्न होने पर सभी संतो धर्माचार्य और श्रद्धालुओं का धन्यवाद किया.
प्रयागराज कुंभ में सरकार और दो एनजीओ की ओर से संचालित खोया-पाया सेंटर में कुल 1700 लोगों के बिछड़ने के मामले दर्ज किए गए. इनमें से 1500 लोगों को उनके परिवार वालों से मिला दिया गया, जबकि बाकी 200 लोगों को एनजीओ के शिविर में भेजा गया है.
प्रयागराज कुंभ के पहले दिन मंगलवार को तड़के 3 बजे से शाम पांच बजे तक करीब 1.40 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई. एक दिन पहले सोमवार को करीब 56 लाख लोगों ने स्नान किया था. इस तरह से सोमवार और मंगलवार को कुल मिलाकर करीब दो करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई.
सुबह का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम होने के बावजूद बड़ी तादाद में लोग संगम में डुबकी लगा रहे थे जिसमें बुजुर्ग भी शामिल थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के दौरान 22 जनवरी को ‘भारत को जानिए' क्विज के विजेताओं को मेडल देकर सम्मानित करेंगे. इन विजेताओं को प्रयागराज कुंभ मेला घूमने का मौका भी मिलेगा. ये जानकारी मंगलवार को केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने दी.
विदेश मंत्री ने कहा कि क्विज के कारण प्रवासी भारतीयों के बीच भारत और विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के बारे में ‘छवि बदली' है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले के लिए 4200 करोड़ रुपये का आवंटन किया है, जो 2013 के महाकुंभ के बजट का तीन गुना है.
प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने बताया, ‘‘पूर्व की सरकार ने महाकुंभ पर 1300 करोड़ खर्च किए थे. हमने इस रकम के तीन गुने ज्यादा 4200 करोड़ का आवंटन किया है.'' उन्होंने बताया कि कुछ अन्य विभागों ने अपनी ओर से धन का आवंटन किया है. अग्रवाल ने बताया कि इस बार कुंभ मेले का क्षेत्र भी दोगुना यानी 3200 हेक्टेअर किया गया है.
मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह 7 बजे तक करीब 12 लाख लोगों ने गंगा और संगम में स्नान किया. वहीं 11 बजे तक ये आंकड़ा 67 लाख पहुंच गया. दिन में धूप खिलने से पवित्र संगम में स्नान करने वालों की संख्या शाम तक एक करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान है.
कुंभ मेले के पहले दिन नागा सन्यासियों का शाही स्नान देखने भारी तादाद में लोग उमड़े. आनंद अखाड़ा के शाही स्नान के बाद नागा साधुओं के सबसे बड़े अखाड़े श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा और श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा के साधु सन्यासियों ने शाही स्नान किया. सभी अखाड़ों को बारी-बारी से स्नान के लिए आधे से पौन घंटे का समय दिया गया था.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी जल्द ही कुंभ में स्नान के लिए पहुंच सकते हैं. हालांकि अभी उनकी इस यात्रा की तारीख के बारे में कोई घोषणा नहीं हुई है.
यह अखाड़ा प्रयागराज कुंभ में पहला शाही स्नान करने जा रहा है.
तपोनिधि आनंद अखाड़ा और निरंजनी अखाड़ा घाट पर 7 बजे पहुंचेगा , 7:45 बजे से स्नान करेंगे स्नान शुरू.
श्री पंतायती अखाड़ा के बाद महानिर्वाणी अखाड़ा और अटल अखाड़ा का स्नान शुरू हो गया है. ये स्नान तकरीबन 40 मिनट तक चलेगा.
कुंभ मेले में एक आकर्षण का केंद्र नागा साधु भी होते हैं. जो अपने निराले रूप की वजह से सबका ध्यान अपनी ओर खींचते हैं. कुंभ मेला ही एक ऐसा मौका होता है जब आम लोग नागा साधुओं के साथ मिलकर किसी बड़े सामाजिक जलसे में हिस्सा ले पाते हैं, नहीं तो ये नागा साधु हिमालय की गोद में कहीं तपस्या में लीन रहते हैं.
शाही स्नान के लिए श्री पंतायती अखाड़ा जोरशोर और पूरे लाव-लश्कर के साथ संगम किनारे पहुंच गया है. आज सबसे पहले स्नान पंचायती अखाड़ा करेगा. जिसके बाद आम श्रद्धालु स्नान करेंगे.
कुंभ स्नान के पहले दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने वाली है. इसलिए प्रशासन ने पुख्ता इंतेजाम कर हजारों की संख्या में सुरक्षाबल को तैनात किया है.
15 जनवरी यानी आज से कुंभ स्नान शुरू हो गया है. स्नान करने के लिए श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचना शुरू हो गए हैं. देखिए प्रयागराज की पहली तस्वीरें.
श्रद्धालुओं के साथ भारी संख्या में संत समाज के लोग भी संगम तट पर जुटना शुरू कर चुके हैं.
अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने के लिए 15 जनवरी से शुरू हो रहे कुंभ मेले में हर रोज 33000 दीप जलाए जाएंगे. इसके अलावा राम मंदिर निर्माण की कामना के लिए 33000 रुद्राक्ष से बने शिवलिंग की भी पूजा की जाएगी.
कांग्रेस ने प्रयागराज में मंगलवार से शुरू हो रहे अर्धकुंभ से पहले सोमवार को दिगंबर अखाड़ा के पंडालों में आग लगने पर दुख जताया है और नसीहत दी है कि योगी सरकार को पिछले कुंभ की व्यवस्था से सीखना चाहिए.
कांग्रेस ने कहा कि सालों की तैयारी, करोड़ों के विज्ञापन खर्च करने के बाद भी अर्धकुंभ के शुरू होने के कुछ घंटे पहले इस प्रकार की घटना ये दर्शाती है कि सरकार इतने बड़े आयोजन में मूलभूत सुरक्षा सुनिश्चित कराने में असफल साबित हुई है. कांग्रेस ने कहा कि सरकार को पिछले कुंभ की व्यवस्थाओं से सीखना चाहिए कि इतने बड़े आयोजन को कितने बेहतर ढंग से सफलतापूर्वक संचालित किया गया.
प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेले में 'प्रवासी भारतीय दिवस' के प्रतिनिधियों के लिए खास इंतजाम की गई है. प्रवासी भारतीय दिवस 21 जनवरी को वाराणसी में शुरू होगा. सम्मेलन में 10 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है.
प्रवासी भारतीय दिवस में भाग लेने वाले लोग प्रयागराज में आयोजित दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले कुंभ में 24 जनवरी को शामिल होंगे. मेले में शामिल होने के बाद प्रवासी भारतीय दिवस के लिए आए लोग दिल्ली जाएंगे, जहां वो 70वें गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होंगे.
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी की संस्था सत्यार्थी फाउंडेशन कुंभ मेले में खोए बच्चों को ढूंढने में मदद करेगी. इसके लिए सत्यार्थी फाउंडेशन जगह-जगह अपने स्वयंसेवी तैनात करेगी.
प्रयागराज कुंभ मेले के लिए विशेष मौसम सेवा की शुरुआत की गई है. ‘कुंभ मेला मौसम सेवा' नाम के इस मोबाइल ऐप के जरिए तापमान, आर्द्रता, बारिश और हवाओं की ताजा मौसम संबंधी जानकारी हासिल की जा सकती है.
प्रयागराज में चार अलग-अलग स्थानों पर चार केंद्र बनाए गए हैं. 5-10 किलोमीटर के दायरे में चारों दिशाओं में केंद्र बनाए गए हैं जो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, दिल्ली पब्लिक स्कूल, जीबी पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान और सैम हिगिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेस में हैं.
टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल प्रयागराज कुंभ मेले में 5जी टेक्नोलॉजी से पहले की तकनीक (प्री-5जी नेटवर्क) को पेश करने की योजना है. एयरटेल ने सोमवार को बयान में कहा, "कंपनी कुंभ मेले में भाग लेने वाले लाखों श्रृद्धालुओं की कनेक्टिविटी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपने नेटवर्क को मजबूत कर रही है. एयरटेल कुंभ में अपने नेटवर्क को बढ़ाने के लिए 'मिमो प्रौद्योगिकी' लगा रही है."
मिमो, 5जी से पहले की टेक्नोलॉजी है जो कि पुराने स्पेक्ट्रम पर ही नेटवर्क क्षमता को 5 से सात गुना बढ़ा सकती है और यूजर्स को हाईस्पीड डेटा का फायदा उठाने में मदद करती है.
ऐसी मान्यता है कि कुंभ के मौके पर पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य मिलता है. लेकिन पुण्य बटोरने की इस आपाधापी में कई बार लोग उन नियमों को भूल जाते हैं, जो नदियों की उपयोगिता और पवित्रता बरकरार रखने के मकसद से बनाए गए हैं. नदियों में स्नान से जुड़ी सावधानियों के साथ-साथ नहाने से होने वालों की फायदों की पूरी लिस्ट यहां क्लिक करके देखिए.
15 जनवरी को मकर संक्रांति से कुंभ मेले की शुरुआत हो रही है. 4 मार्च तक चलने वाले इस महापर्व में 12 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. कुंभ मेले की शुरुआत से पहले, आयोजन वाली जगह की कुछ तस्वीरें देखने के लिए यहां क्लिक करें.
प्रयागराज कुंभ मेला परिसर में दिगंबर अखाड़े में हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फायर सर्विस के अधिकारियों को सभी शिविरों की जांच करने और ज्यादा सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मेला प्रशासन को निर्देश दिए है कि आग लगने से जो सामान जला है, उसका तुरंत मुआवजा दिया जाए.
उत्तर प्रदेश पुलिस कुंभ के दौरान 14 साल से कम उम्र के बच्चों को ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान टैग' (RFID) लगाएगी, ताकि भीड़ में खोने वाले बच्चों का पता लगाया जा सके. राज्य के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने सोमवार को कहा, ‘‘कुंभ सबसे बड़ा समागम है जिसमें अगले 50 दिनों में 12 करोड़ लोगों के भाग लेने की उम्मीद है. हम कुंभ में आने वाले 14 साल से कम उम्र के बच्चों को आरएफआईडी टैग लगाएंगे ताकि वो खो न पाएं. ''
RFID डिवाइस एक छोटे चिप की तरह होती है. जैसे कि डेबिट/क्रेडिट कार्ड के पीछे एक चिप लगी होती है या किसी सामान पर बारकोड लगा होता है. ये ऑबजेक्ट को एक यूनिक पहचान देता है. इसे स्कैन करने पर ऑबजेक्ट की सारी जानकारी सामने आ जाती है. कुंभ मेले के दौरान 14 साल से कम उम्र के बच्चों पर ये चिप लगा दी जाएगी, ताकि खोने पर उन्हें आसानी से ढूंढ़ा जा सकें.
कुंभ मेले के सेक्टर 16 स्थित दिगम्बर अनी अखाड़े के शिविर में सिलेंडर फटने से सोमवार को आग लग गई. हालांकि, दोपहर करीब एक बजे लगी इस आग में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन वहां रखा काफी सामान जलकर राख हो गया.
अखाड़ा पुलिस थाना निरीक्षक भास्कर मिश्रा ने बताया कि आग से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आपदा प्रबंधन (स्वास्थ्य विभाग) के नोडल अधिकारी ऋषि सहाय ने बताया कि घटना के आधे घंटे के भीतर आठ एम्बुलैंस और दमकल की छह गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच गईं और इसके बाद उन्होंने आग पर 10 मिनट में काबू पा लिया गया.
दिगम्बर अनी अखाड़े के श्रीमहंत दिव्य जीवन दास ने बताया कि निकट स्थित बारह भाई डांडिया की तरफ से आग की लपटें आईं और दिगंबर अनी अखाड़े का रसोई घर आग की चपेट में आ गया जिससे सिलेंडर फट गया.
कुंभ में दिगंबर अखाड़े के एक दर्जन टेंट आग में जलकर खाक हो गए. बताया जा रहा है कि ये हादसा गैस सिलेंडर में आग लगने की वजह से हुआ. बताया जा रहा है कि सिलेंडर फटने के साथ ही टेंट आग की चपेट में आ गए. धीरे-धीरे आग फैलती गई. घटना की जानकारी होते ही दमकल और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं. आग पर काबू पा लिया गया है. हादसे में किसी भी तरह की जनहानि की कोई खबर नहीं है.
स्नान पर्व में गंगा नदी में स्नान करना अलग ही महत्व रखता है. ऐसी मान्यता है कि इससे समस्त पापों का नाश होता है और मनुष्य को जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति मिल जाती है. प्रमुख स्नान तिथियों पर सूर्योदय के समय साधु-संतो द्वारा पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाई जाती है.
प्रत्येक समूह एक विशेष क्रम में परंपरा के अनुसार स्नान के लिए नदी में जगह लेता है. सभी समूहों के स्नान के बाद आम जनता गंगा में स्नान करती है. कुंभ मेले में गंगा नदी में स्नान का शुभ दिन अमृत में डुबकी के समान माना गया है. कुंभ मेले की पवित्र स्नान तारीख-
कुंभ-2019 के दौरान बड़े आकर्षकों में से एक सृजनात्मक हब - कलाग्राम है. कुंभ मेला सेक्टर-19 में स्थित कलाग्राम दर्शकों को भारतीय कला और संस्कृति की एक झलक दिखाएगी.
कुंभ के आयोजनों में पेशवाई का महत्वपूर्ण स्थान है. ‘‘पेशवाई’’ प्रवेशाई का देशज शब्द है, जिसका अर्थ है शोभायात्रा, जो विश्व भर से आने वाले लोगों का स्वागत कर कुंभ मेले के आयोजन को सूचित करने के लिए निकाली जाती है.
पेशवाई में साधु-संत अपनी टोलियों के साथ बड़े धूम-धाम से प्रदर्शन करते हुए कुंभ में पहुंचते हैं. हाथी, घोड़ों, बग्घी, बैण्ड आदि के साथ निकलने वाली पेशवाई के स्वागत के लिए पेशवाई मार्ग के दोनों ओर भारी संख्या में श्रद्धालु और सेवादार खडे़ रहते हैं जो शोभायात्रा के ऊपर पुष्प वर्षा और नियत स्थलों पर माल्यापर्ण कर अखाड़ों का स्वागत करते हैं.
यूपी सरकार और भारत सरकार ने भारत की समृद्ध और विविधतापूर्ण सांस्कृतिक विरासत का निदर्शन कराने हेतु सभी राज्यों के संस्कृति विभागों को शामिल किया है. कुंभ मेला, 2019 में पांच विशाल सांस्कृतिक पंडाल स्थापित किये जाएंगे. इनमें दैनिक आधार पर सांगीतिक प्रस्तुति से लेकर पारंपरिक और लोक नृत्य के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की जायेगी.
यूपी सरकार ने प्रयागराज आने वाले पर्यटकों के लिए नया रूट बनाया है. टूर ऑपरेटरों को ट्रेनिंग देने के लिए टूरिस्ट डिपार्टमेंट ने वर्कशॉप आयोजित की हैं. जो नया रूट बनाया है उसके मुताबिक-
अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण ने सुजावन घाट पर IWT टर्मिनल बनाया है. यह टर्मिनल यात्रियों और पर्यटकों को जलमार्ग की यात्रा करने के लिए बनाया गया है. यहां से सी.एल कस्तूरबा IWAI का सेमी क्रूज चलेगा. इस टर्मिनल का इस्तेमाल मोटर बोट चलाने के लिए भी किया जाएगा.
पारंपरिक मोटर बोट की सवारी यात्रियों को प्राचीन नगरी का अनुभव कराएगी.
कुंभ मेला-2019 में भारी संख्या में आने वाले तीर्थयात्रियों, धार्मिक गुरूओं और राष्ट्रीय - अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों के अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए लेजर लाइट और साउंड शो का भी इंतजाम किया गया है. यह शो किले की दीवार पर किया जाएगा.
पहली बार कुंभ मेला-2019 बीस से ज्यादा परिचायक अस्थायी प्रवेशद्वार बनाए गए हैं, जो कि मेला प्रांगण की ओर जा रहे मार्गों को और मेले के विभिन्न सेक्टरों को चिन्हित करेंगे.
कुंभ 2019 के दौरान श्रद्धालु 360 डिग्री वर्चुअल रियलिटी का डिजिटल एक्सपीरिएंस भी कर पाएंगे. तीर्थयात्रियों को ऐसा अनुभव प्रदान करने के लिए कुंभ मेला क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थानों पर 10 स्टॉल बनाए गए हैं. इन स्टॉलों पर तीर्थयात्रीगण और दर्शक कुंभ 2019 के वीडिओज देख सकते हैं.
प्रयागराज कुंभ मेले के मौके पर ODOP की एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन दिनांक 10 जनवरी 2019 से 04 मार्च 2019 तक किया जा रहा है. इस प्रदर्शनी में प्रदेश के समस्त 75 जनपदों के उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय किया जाएगा.