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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार (27 दिसंबर) सुबह हरियाणा के झज्जर जिले में वीरेंद्र आर्य अखाड़े का दौरा किया और बजरंग पुनिया सहित पहलवानों से बातचीत की. इस दौरान राहुल ने बजरंग संग कुश्ती की और पहलवानों संग खाना भी खाया. राहुल का यह दौरा भारतीय कुश्ती संघ (WFI) को लेकर हुए ताजा विवाद के बीच हो रहा है.
बजरंग पुनिया ने कहा कि राहुल गांधी ने मेरे साथ व्यायाम किया और कुश्ती में भी हाथ आजमाया. बजरंग ने कहा, "वह यह देखने आए थे कि एक पहलवान की रोजमर्रा की जिंदगी क्या होती है." उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अकरा में अपने यूट्यूब चैनल के लिए एक वीडियो शूट किया है.
जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी ने पहलवानों के साथ मेट पर काफी वक्त बिताया. इस दौरान उन्होंने बाजरे की रोटी और सरसो का साग भी खाया. वहीं, जाते वक्त वो मूली और गन्ना साथ ले गये.
बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने खिलाड़ियों से कुश्ती संघ विवाद पर भी बात की.
WFI के नए अध्यक्ष संजय सिंह द्वारा इस साल के अंत तक U-15 और U-20 नागरिकों की मेजबानी की घोषणा के बाद खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की कार्यकारिणी को निलंबित कर दिया है.
डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाले पहलवान संजय सिंह के चुनाव से नाराज थे क्योंकि संजय सिंह बृजभूषण के काफी करीबी हैं.
इसके विरोध में साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की, बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया और विनेश फोगाट ने अपना खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार लौटाने की घोषणा की.
वहीं, बीजेपी सांसद बृजभूषण के करीबी संजय सिंह के कुश्ती महासंघ के प्रमुख चुने जाने के बाद साक्षी मलिक के रिटायरमेंट की घोषणा एक राजनीतिक मुद्दा बन गई है.
कुश्ती छोड़ने की घोषणा के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा साक्षी मलिक से मिलने उनके आवास पर गईं.
इधर, बीजेपी सांसद बृज भूषण ने मौजूदा डब्ल्यूएफआई विवाद से अपना पल्ला झाड़ लिया और कहा कि जैसे ही संजय सिंह को महासंघ का प्रमुख चुना गया, बृज भूषण ने कुश्ती से संन्यास ले लिया. उन्होंने कहा कि संजय सिंह उनके करीबी हैं, लेकिन रिश्तेदार नहीं और अब महासंघ के बारे में जो भी होगा वह महासंघ और सरकार के बीच है; बृजभूषण का फोकस अब 2024 का लोकसभा चुनाव है.
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