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नीतीश कुमार के करीबी और जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष आरसीपी सिंह मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाए गए हैं. आरसीपी सिंह को स्टील मंत्रालय मिला है. आरसीपी सिंह (RCP Singh) फिलहाल जेडीयू से राज्यसभा सांसद और संसदीय दल के नेता भी हैं.
आरसीपी सिंह का पूरा नाम है रामचंद्र प्रसाद सिंह. अभी हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने जेडीयू के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था और आरसीपी सिंह को नया अध्यक्ष बनाया था.
फिलहाल आरसीपी सिंह का राज्यसभा में दूसरा कार्यकाल है. आरसीपी पहली बार 2010 और उसके बाद 2016 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे.
जेडीयू से आरसीपी सिंह को कैबिनेट में जगह मिलने की सबसे पहली वजह गठबंधन धर्म है. बिहार में बीजेपी-जेडीयू की गठबंधन सरकार है. नीतीश कुमार की पार्टी एनडीए का हिस्सा है. दूसरी वजह है कि 2019 लोकसभा चुनाव में जेडीयू के 16 सांसद लोकसभा पहुंचे थे. लेकिन मोदी सरकार की पहली कैबिनेट में जेडीयू के किसी भी सांसद को जगह नहीं मिली थी. ऐसे में अपने सहयोगी को नाराज करने का जोखिम बीजेपी नहीं उठाएगी.
आरसीपी को जेडीयू का मुख्य रणनीतिकार माना जाता है. कहा जाता है नीतीश कुमार के हर फैसले में उनकी राय शामिल होती है. 63 साल के आरसीपी सिंह बिहार के नालंदा के रहने वाले हैं, यहीं से नीतीश कुमार भी हैं. आरसीपी सिंह कुर्मी जाति से हैं और नीतीश कुमार भी कुर्मी समाज से ही आते हैं. आरसीपी सिंह पर्दे के पीछे से जेडीयू को मजबूत करने का काम करते रहे हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पहले आरसीपी सिंह JDU के राष्ट्रीय महासचिव थे. आरसीपी सिंह खुद आईएएस अधिकारी रह चुके हैं, उन्हें नौकरशाहों के काम का तरीका भी पता है.
आरसीपी का जन्म 1958 में बिहार के नालंदा जिले के मुस्तफापुर में हुआ था. उन्होंने आर्ट्स की अपनी पढ़ाई पटना साइंस कॉलेज और मास्टर्स की पढ़ाई जेएनयू से की है. उनकी बेटी लिपि सिंह भी बिहार कॉडर से आईपीएस अधिकारी हैं.
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