advertisement
भारत में बिजली का संकट (Power Crisis in India) मंडरा रहा है. घरेलू कोयले की कमी (Coal shortage) से बिजली की कटौती (Power cut) कुछ ज्यादा हो रही है. क्योंकि भारत में राष्ट्रीय स्तर पर ऊर्जा में 5% की कमी आई है.
ऐसे में एक तकनीक रूफटॉप सोलर (Rooftop Solar) आपकी समस्या हल कर सकती है. हालांकि भारत में इसका उपयोग कम हुआ है, जबकि रूफटॉप लगवाने से उपभोक्ताओं और सरकार दोनों के लिए कई फायदे हैं. इसलिए आज आपको बताते हैं कि आप सोलर पैनल कैसे लगवा सकते हैं, इसके लिए आपको क्या करना होगा.
सोलर पैनल आप अपनी छत पर आसानी से इंस्टॉल करवा सकते हैं. आपके घरों की छतों पर धूप तो आती ही है, तो छतों पर लगवाकर आप बिजली पैदा कर सकते हैं. आप इसे सरकारी ग्रीड में भी अप्लाई कर सकते हैं. केंद्र सरकार के न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय से रूफटॉप सोलर प्लांट पर 30% तक की सब्सिडी भी ले सकते हैं. अगर आप इसे खुद लगवाना चाहें तो करीब एक लाख तक का खर्चा आ सकता है.
केंद्र सरकार की रूफटॉप सोलर योजना में आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. आपको बता दें कि भारत सरकार ने सोलर एनर्जी की नीति बनाई है. आप अपने घर, ऑफिस और कारखाने में सोलर एनर्जी प्लांट लगवा सकते हैं और अपने बिजली के बिल में खर्च कम कर सकते हैं.
रूफटॉप सोलर सिस्टम के लिए उपभोक्ता ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. केंद्र सरकार इस योजना को बढ़ावा दे रही है. उपभोक्ता भारत सरकार के दिए हुए लिंक https://mnre.gov.in/ से अप्लाई कर सकते हैं और साथ ही सरकार ने योजना के बारे में जानने के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-180-3333 भी दिया है.
इस योजना के तहत सोलर पैनल को इंस्टॉल करने पर 30% तक सब्सिडी दी जाएगी. 500KW तक का सोलर प्लांट लगवाने पर भारत सरकार 20% तक सब्सिडी देगी. इसको लगवाने से उपभोक्ताओं और सरकार दोनों को ही कई फायदे हैं.
रूफटॉप सोलर सिस्टम की कीमत बदलती रहती है. औसतन 1kw रूफटॉप इंस्टॉल करने पर 45 से 85 हजार रुपये तक का खर्चा और 5 kw इंस्टॉल करने में 2,25,000 से 3,25,000 रुपये तक का खर्चा आ सकता है. आपको बता दें कि रूफटॉप सोलर की कीमत एक आम आदमी 5-6 साल के बिजली बिल में ही बराबर कर सकता है.
केंद्र सरकार इस योजना को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना चाहती है. रूफटॉप सोलर इतना अच्छा होने के बाद भी लोग इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं. इसकी एक चुनौती ये है कि सोलर एनर्जी को पुराने घरों की छत पर इंस्टॉल करना मुश्किल हो सकता है.
भारत सरकार को इस योजना को सफल बनाने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे बड़ी चुनौती ये है कि लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है. जानकारी के अभाव में लोग कई बार अपने गलत अनुमान लगा कर गलत धारणा बना लेते हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)