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दलितों के घर खाने के नाम पर बीजेपी नेता जो शो बाजी कर रहे हैं उस पर संघ ने कड़ा एतराज जताया है. क्विंट से बात करते हुए आरएसएस के प्रवक्ता मनमोहन वैद्य ने कहा कि बीजेपी को इस तरह के ड्रामेबाजी से बचना चाहिए.
सर संघचालक मोहन भागवत भी दिल्ली में हुई संघ की एक बैठक में कहा कि दलितों के घर खाना खाने के ड्रामे से काम नहीं चलेगा. दलितों को भी अपने घर बुलाना चाहिए.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली में विश्व हिन्दू परिषद और आरएसएस के सीनियर नेताओं की एक बैठक हुई, जिसमें ये बातें कहीं गई.
मोहन भागवत ने कहा,
मनमोहन वैद्य ने क्विंट से बात करते हुए कहा कि वो दिल्ली में हुई मीटिंग में मौजूद नहीं थे, लेकिन संघ का कहना है की इस तरह से शो बाजी करके कोई फायदा नहीं होता.
बता दें कि एससी/एसटी रिजर्वेशन में बदलाव और दलितों के मुद्दे पर घिरती बीजेपी खुद को दलितों की हितैषी बताने में जुटी है.
अभी हाल ही में यूपी की योगी सरकार में मंत्री सुरेश राणा अलीगढ़ में एक दलित के घर खाना खाने पहुंच गए. सुरेश राणा दलित के घर तो पहुंचे, लेकिन खाना खाया हलवाई के हाथ का. यहां तक की जिस घर खाना खाने पहुंचे उसके मालिक को पता भी नहीं था कि मंत्री जी उसके घर आने वाले हैं. इस खबर के मीडियो में आने के बाद बीजेपी नेता उमा भारती ने भी नाराजगी जताई थी.
दलितों के घर खाना खाना और मीडिया के सामने फोटो खिंचवाने वाले लोगों को उमा भारती ने लताड़ लगाई थी. उमा भारती ने कहा,
छोटे नेता तो दूर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक दलित के घर भोजन कर रहे हैं. अभी हाल ही में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी प्रतापगढ़ के एक दलित परिवार के घर पहुंचे थे. तब मीडिया में ये खबरें आई थी कि योगी ने जिस दलित के घर खाना खाया था. वहां उनके लिए रोटी उनकी ही मंत्री स्वाति सिंह ने ही बनाई थी. बता दें कि स्वाति सिंह ठाकुर जाति से आती हैं.
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