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महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच एक तरफ 30 से ज्यादा विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत कर MVA सरकार पर संकट खड़ा कर दिया है, तो दूसरी तरफ ED, शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लगातार तीसरे दिन पूछताछ कर रही है. ED ने अनिल परब से मंगलवार यानी 21 जून को करीब 10 घंटे पूछताछ की. फिर दूसरे दिन 22 जून को करीब 6 घंटे और आज यानी 23 जून को भी ED की अनिल परब से पूछताछ जारी है.
बता दें, यह मामला महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले के दापोली इलाके के एक रिजॉर्ट के निर्माण में तटीय विनियमन क्षेत्र के प्रावधानों के कथित उल्लंघन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग का है. ED ने राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब को 15 जून को मुंबई में पूछताछ के लिए तलब किया था. ईडी ने परब को भेजे समन में कहा था कि वह मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून के तहत उनसे पूछताछ कर बयान दर्ज करना चाहती है.
दापोली में अनिल परब की ओर से बनाए गए अवैध रिजॉर्ट को लेकर पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने अधिकारियों से कई शिकायतें की थीं. मार्च में आयकर विभाग ने इस सिलसिले में छापेमारी की थी. विभाग को कुछ कागजात मिले थे. इसके मुताबिक परब ने दापोली में 2017 में एक करोड़ रुपये में जमीन खरीदी थी. इसके बाद 2019 में रजिस्टर हुई जमीन 2020 में 1.10 करोड़ रुपये में सदानंद कदम को बेच दी गई थी. जबकि, आयकर का अनुमान है कि रिजॉर्ट बनाने में 6 करोड़ खर्च हुए थे. आरोप है कि इसमें कई तरह की धोखाधड़ी की गई है.
अनिल परब ने 22 जून को ED कार्यालय से बाहर निकलते हुए कहा था कि.....
अनिल परब को शिवसेना का महत्वपूर्ण रणनीतिकार माना जाता है. 57 वर्षीय परब शिवसेना के तीन बार के विधान परिषद सदस्य हैं. वह राज्य के परिवहन और संसदीय कार्य मंत्री भी हैं.
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