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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर्नाटक दौरे से पहले मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उन पर सवालों की बौछार कर दी है. सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा, ''मैं पीएम का अपने राज्य में स्वागत करता हूं, लेकिन क्या वह मेरे कुछ सवालों को जवाब देने की हिम्मत करेंगे.'' सीएम ने पूछा है कि क्या जी जर्नादन रेड्डी उनकी रैलियों में शामिल होंगे.
सिद्धारमैया ने कहा, ''पीएम ने अपने दोस्तों और परिवारवालों को आठ टिकट दिए हैं. बीजेपी को उम्मीद है कि इससे उन्हें 10-15 सीटें मिल जाएंगे. रेड्डी गले तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं और बीजेपी हमें भ्रष्टाचार पर लेक्चर दे रही है.''
सिद्धारमैया ने कहा कि बीजेपी को यह ढकोसला छोड़ देना चाहिए, कर्नाटक के लोग कमल का बटन नहीं दबाएंगे.
सिद्धारमैया ने ट्वीट किया कि पहले तो पार्टी ने दागी बीएस येदियुरप्पा को राज्य में बीजेपी की सीएम फेस घोषित किया और अब मीडिया इस तरह की खबरें आ रही हैं कि प्रधानमंत्री उनके साथ मंच साझा नहीं करना चाहते.
कर्नाटक के लोग जानने चाहते हैं कि क्या येदियुरप्पा अब भी बीजेपी के सीएम उम्मीदवार हैं. कर्नाटक में बीजेपी ने रेप के उन आरोपियों को टिकट दिया है, जो असेंबली में पॉर्न देखते पाए गए थे.
सिद्धारमैया ने कहा, ''यूपी में बीजेपी के सीएम आदित्यनाथ एक ऐसे विधायक का बचाव कर रहे हैं, जिसने 16 साल की एक लड़की का रेप किया. जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के विधायक बच्चे के बलात्कारियों का बचाव कर रहे थे. इसके बाद आपकी पार्टी कर्नाटक में रेप का राजनीतिकरण करने के लिए धुआंधार विज्ञापन देती है.''
सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से देश के हर शख्स के खाते में 15 लाख रुपये डालने के वादे का भी मजाक उड़ाया. उन्होंने कहा कि पीएम ने पहले वादा किया और फिर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इसे चुनावी जुमला करार दिया, इसके बाद युवाओं को पकौड़े बेचने की सलाह दी.
कर्नाटक के सीएम ने कहा, ''आपने कहा कि नोटबंदी कालाधन खत्म कर देगी. लेकिन लोगों पर तकलीफों का पहाड़ टूट पड़ा. इसके बाद आप यहां आते हैं और वास्तविक विकास को लॉलीपॉप करार देते हैं.''
सिद्धारमैया ने कहा, ''पीएम ने सबका साथ, सबका विकास का नारा दिया, लेकिन आपकी सरकार ने गरीबों को छोड़ दिया है. बैंकों ने कंपनियों का 2.71 लाख करोड़ का कर्जा माफ कर दिया, लेकिन किसानों को सिर्फ आश्वासन मिला. एमएसपी नहीं बढ़ा है, लेकिन 2022 तक उनकी आय दोगुनी करने की बात की जा रही है. क्या आपको किसानों की थोड़ी भी चिंता है?''
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