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केंद्र सरकार ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में पांच नए न्यायाधीशों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की और सोमवार, 6 फरवरी को उन्होंने शपथग्रहण पूरा किया. इसमें न्यायमूर्ति पंकज मित्तल, न्यायमूर्ति संजय करोल, न्यायमूर्ति पीवी संजय कुमार, न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा का नाम शामिल है. सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने 13 दिसंबर को न्यायाधीशों की पदोन्नति की सिफारिश की थी. इन न्यायाधीशों की नियुक्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 32 हो जाएगी. हालांकि, इसके बावजूद अभी दो न्यायाधीशों की जगह खाली है.
न्यायमूर्ति पंकज मित्तल वर्तमान में राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं. इससे पहले, वह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं. जस्टिस मित्तल का जन्म 17 जून, 1961 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ था. उन्हें 7 जुलाई 2006 को इलाहाबाद हाईकोर्ट में एडिशनल जज के तौर पर नियुक्त किया गया था. उसके बाद 2 जुलाई, 2008 को परमानेंट जज बनाया गया. पंकज मित्तल 2021 तक इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीश रहे.
न्यायमूर्ति संजय करोल वर्तमान में पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं. वह त्रिपुरा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं. जस्टिस संजय करोल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में गरली गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री हासिल की है. वह 1998 से 2003 तक हिमाचल प्रदेश के महाधिवक्ता थे. 8 मार्च, 2007 को उन्हें हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया. उसके बाद 25 अप्रैल, 2017 को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट का कार्यवाहक चीफ जस्टिस बनाया गया था.
न्यायमूर्ति पुलिगोरू वेंकट संजय कुमार (पूरा नाम) वर्तमान में मणिपुर उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस हैं. वह पंजाब और हरियाणा और तेलंगाना हाईकोर्ट के न्यायाधीश रह चुके हैं. जस्टिस पीवी संजय कुमार का जन्म 14 अगस्त 1963 को हैदराबाद में हुआ था. उनके पिता पी. रामचंद्र रेड्डी आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट (1969 से 1982) के महाधिवक्ता थे. संजय कुमार ने निज़ाम कॉलेज, हैदराबाद से कॉमर्स में स्नातक और 1988 में दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री पूरी की और अगस्त 1988 में आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में रजिस्टर हुए. 2000 से 2003 तक संजय कुमार आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में सरकारी वकील रहे. उसके बाद, उन्हें 8 अगस्त 2008 को तेलंगाना हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और 20 जनवरी 2010 को स्थायी न्यायाधीश बनाया गया.
न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह वर्तमान में पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश हैं. वह आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के भी न्यायाधीश रह चुके हैं. जस्टिस अमानुल्लाह का जन्म 11 मई 1963 को बिहार में हुआ था. उन्होंने केमिस्ट्री ऑनर्स से स्नातक किया और फिर पटना लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की. उन्हें 20 जून, 2011 को पटना हाईकोर्ट का जज बनाया गया था.
न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा वर्तमान में इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीश हैं. उनका जन्म 2 जून, 1965 में हुआ था. उन्होंने साल 1988 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री ली और दिसंबर 1988 में वकील बने. उन्हें 21 नवंबर, 2011 को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में शपथ ली और 6 अगस्त, 2013 को परमानेंट जज बनाया गया था.
बता दें कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने पांच न्यायाधीशों की नियुक्ति में देरी को लेकर केंद्र सरकार को सख्त चेतावनी दी थी और कहा कि सभी का ट्रांसफर 5 दिन के भीतर कर दिया जाए. जिसके बाद शनिवार को केंद्र ने पांचों न्यायाधीशों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की.
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