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भारत-चीन के बीच गलवान में हुई हिंसक झड़प के करीब 15 दिन बाद, भारत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 59 चीनी ऐप्स को बैन कर दिया है. सरकार के इस फैसले पर टिकटॉक की प्रतिक्रिया सामने आई है. टिकटॉक इंडिया के हेड निखिल गांधी ने बयान में कहा है कि टिकटॉक भारतीय कानून के तहत डेटा प्राइवेसी और सिक्योरिटी रिक्वॉर्मेंट्स का पालन करता रहेगा.
चाइनीज ऐप टिकटॉक भारत में काफी पॉपुलर है और इसके लाखों यूजर्स हैं. गांधी ने आगे कहा कि टिकटॉक ने ऐप को 14 भारतीय भाषाओं में ला कर सभी के लिए उपलब्ध कराया था. लाखों में यूजर्स, आर्टिस्ट, एजुकेट्रस और परफॉर्मर्स अपने रोजगार के लिए इसपर निर्भर थे, जिसमें से कई फर्स्ट टाइम इंटरनेट यूजर्स थे.
वहीं, टिकटॉक की मालिक कंपनी, बाइटडांस ने रॉयटर्स को कहा कि वो भारत में 2,000 लोगों की टीम को यूजर्स के सुरक्षा मुद्दों से निपटने के लिए तैयार कर रहा है और 'कुल मिलाकर भारत के प्रति अपनी कमिटमेंट' दिखाने के लिए तैयार है.
सरकार ने टिकटॉक, हेलो, शेयरइट, यूसी ब्राउजर, शीन समेत कुल 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगा दिया है. बैन के बाद, एपल और गूगल ने इसपर कार्रवाई करते हुए अपने ऐप स्टोर से टिकटॉक और हेलो को हटा दिया है.
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