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राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में हुई जघन्य हत्यकांड ने पूरे प्रदेश में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को राजसमंद के भीम से गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन क्षेत्र में तनाव को देखते हुए पूरे प्रदेश में अगले 24 घंटे तक इंटरनेट को बंद कर दिया गया है साथ ही पूरे प्रदेश में एक महीने के लिए धारा 144 लागू की गई है. हालात को देखते हुए राज्य के मुख्य सचिव उषा शर्मा ने एहतियातन यह आदेश जारी किये हैं.
उदयपुर में मंगलवार, 28 जून को कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले एक शख्स का मर्डर कर दिया गया. हत्या के बाद दोनों आरोपियों ने वीडियो जारी कर हत्या की जिम्मेदारी ली थी. हत्यकांड की होती आलोचनाओं के बीच दोनों आरोपियों को राजसमंद के भीम से गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों के नाम गोस मोहम्मद पुत्र रफीक मोहम्मद और रियाज पुत्र अब्दुल जब्बार है. दोनों उदयपुर के सूरजपोल क्षेत्र के निवासी हैं.
कथित तौर पर दो दिन तक उसको सुरक्षा भी प्रदान की गई, लेकिन मंगलवार को जैसे ही पुलिस सुरक्षा हटी तो उसके कुछ समय बाद ही आरोपी ने दिनदहाड़े धारदार हथियार से उसका गला काट दिया. कन्हैयालाल की मौके पर ही मौत हो गई.
सुरक्षा इंतजाम मजबूत करते हुए उदयपुर में 600 पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं. इसके लिए दूसरे जिलों से भी एसपी की तैनाती की गई है. साथ ही उदयपुर के 7 थाना क्षेत्र में प्रशासन ने एहतियातन कर्फ्यू लगा दिया है. अतिरिक्त महानिदेशक जंगा श्रीनिवास एवं दिनेश एमएन डीआईजी आर पी गोयल व राजीव पचार के साथ उदयपुर में करीब 30 RPS और 5 RAC की कंपनी भेजी गई है.
राज्यभर में तनाव बढ़ने के बाद राजस्थान के मुख्य सचिव ने प्रदेशभर में आगामी 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद किए जाने, सभी जिलों में आगामी एक माह तक धारा 144 लागू करने के निर्देश जारी किए हैं.
सभी पुलिस अधीक्षकों (SP) और महानिरीक्षकों (IG) को पुलिस बलों की मुवमेंट बढ़ाने और जमीन पर अधिकारियों की भारी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर में अलर्ट जारी किया गया है.
उदयपुर में हुई हत्या की घटना पर उदयपुर रेंज आईजी हिंगलाजदान ने कहा, "आज कन्हैया लाल की हत्या हुई है, इस मामले में दोनों आरोपियों को पकड़ा जा चुका है. शहर में कानून व्यवस्था को देखते हुए कर्फ्यू लगाया गया है. स्थिति नियंत्रण में है. पुलिस अपना काम कर रही है."
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार आधिकारिक सूत्रों की माने तो राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम को उदयपुर के लिए रवाना किया गया है.
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार मामले की जांच के लिए एसओजी एडीजी अशोक कुमार राठौर, एटीएस आईजी प्रफुल्ल कुमार, एक ASP और एडिशनल SP की SIT गठित की गई है. इसके अलावा खुद मुख्यमंत्री ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी एक ट्वीट में देते हुए बताया कि केस ऑफिसर स्कीम के तहत मामले की त्वरित जांच होगी.
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि
घटना के बाद सीएम अशोक गहलोत ने शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि, उदयपुर की ये घटना मामूली घटना नहीं है, ये कल्पना से बाहर है कि कोई व्यक्ति ऐसा भी कर सकता है. हम चाहते हैं कि ऐसे समय में तनाव पैदा न हो, सब मिलकर शांति से रहें. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. कोई कमी नहीं रखेंगे. आगे उन्होंने कहा कि, चिंता की बात है. इस प्रकार से किसी की हत्या कर देना दुखद और शर्मनाक है. माहौल ठीक करने की जरूरत है. पूरे देश में तनाव का माहौल बन गया है. मैं बार-बार PM और गृह मंत्री को बोलता हूं कि देश को संबोधित करें.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं. धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया कि, उदयपर में हुई क्रूर हत्या निंदनीय है. ऐसी हत्या को कोई डिफेंड नहीं कर सकता. हमारी पार्टी का मुसलसल स्टैंड यही है कि किसी को भी कानून को अपने हाथों में लेने का हक नहीं है. हमने हमेशा हिंसा का विरोध किया है.
उन्होंने ट्वीट कर मांग की है कि, "हमारी सरकार से मांग है के वो मुजरिमों के खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लें. विधि शासन को कायम रखना होगा."
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