राजस्थान के उदयपुर में कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले एक शख्स का मंगलवार, 28 जून को मर्डर कर दिया गया. उदयपुर में बढ़े तनाव के बीच पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. उदयपुर हत्या (Udaipur Murder) के दोनों आरोपियों को राजसमंद के भीम से गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों के नाम गोस मोहम्मद पुत्र रफीक मोहम्मद और रियाज पुत्र अब्दुल जब्बार है. दोनों उदयपुर के सूरजपोल क्षेत्र के निवासी हैं.
राजसमंद में नाकेबंदी के दौरान उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
सुबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इसकी जानकारी ट्वीट करते हुए दी है तथा लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उंहोने ट्वीट करते हुए लिखा है कि
"उदयपुर में युवक की हत्या के दोनों आरोपियों को राजसमंद से गिरफ्तार किया गया है. इस केस में अनुसंधान केस ऑफिसर स्कीम के तहत किया जाएगा एवं त्वरित अनुसंधान सुनिश्चित कर अपराधियों को न्यायालय कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी. मैं पुन: सभी से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं."
हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए दो लोगों ने एक वीडियो पोस्ट किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी दी थी. इस घटना ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है और अधिकारियों ने इंटरनेट को अस्थायी रूप से 24 घंटे के लिए बंद कर दिया है.
उदयपुर में भेजी गईं RPS की 30 और RAC की 5 की कंपनियां
उदयपुर के सात थाना क्षेत्र में प्रशासन ने एहतियातन कर्फ्यू लगा दिया है. अतिरिक्त महानिदेशक जंगा श्रीनिवास एवं दिनेश एमएन डीआईजी आर पी गोयल व राजीव पचार के अनुसार उदयपुर में करीब 30 RPS और 5 RAC की कंपनी भेजी गई है.
पुलिस ने पूरे राज्य में जारी किया है अलर्ट
सभी पुलिस अधीक्षकों (SP) और महानिरीक्षकों (IG) को पुलिस बलों की मुवमेंट बढ़ाने और जमीन पर अधिकारियों की भारी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर में अलर्ट जारी किया गया है. एडीजी (लॉ एंड आर्डर) हवा सिंह घुमरिया ने कहा है कि
"वीडियो वायरल होने से मामले और ज्यादा संवेदनशील हो गया है. पूरे राज्य को में हमने SPs और IGs को अपने-अपने इलाके में गश्त बढ़ाने, अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा फील्ड में उतारने के लिए कहा है..अधिकारियों के साथ-साथ करीब 600 की संख्या में पुलिस फोर्स वहां भेजी गई है, रात तक कुछ और फोर्स भी भेजी जाएगी"
उन्होंने लोगों से घटना का वीडियो न देखने की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि "वीडियो देखने लायक नहीं है. हम वीडियो में देखे गए लोगों और घटना में शामिल उनके किसी भी सहयोगी के खिलाफ कड़ी जांच सुनिश्चित करेंगे."
अब जब दोनों आरोपी राजसमंद से गिरफ्तार हो चुके हैं, पुलिस को शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने में बड़ी मदद मिलेगी.
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