पहली बार, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन में जिला प्रशासन ने बुधवार (19 जुलाई) को स्थानीय लोगों के साथ ढोल और डीजे संगीत बजाते हुए एक घर पर बुलडोजर चलाया. यह घर सोमवार (17 जुलाई) को एक धार्मिक जुलूस- 'महाकाल की सवारी'- पर 'थूकने' के आरोप में पकड़े गए तीन आरोपियों में से एक का था.
एक भक्त ने इस घटना का वीडियो बना लिया, जिसमें कथित तौर पर एक नाबालिग मुस्लिम लड़के को अपनी छत से 'थूकते' हुए दिखाया गया है.
ANI के अनुसार, नगर निगम प्रशासन ने पुलिस के साथ मिलकर तीनों आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाया गया है.
घटना पर विवाद के बाद, उज्जैन पुलिस ने सोमवार रात दो नाबालिग भाइयों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. FIR सावन लोट नामक व्यक्ति की शिकायत पर दर्ज की गई थी.
किन धाराओं में दर्ज हुआ मामला?
तीनों व्यक्तियों पर 295ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य) और 153ए (पूजा स्थल पर किया गया अपराध) सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था.
शिकायतकर्ता सावन लोट - अपने दोस्तों योगेश बागमार और अजय खत्री के साथ - ने मौखिक रूप से पुलिस को सूचना दी कि जुलूस टंकी चौक को पार कर रहा था, जब उन्होंने तीन अज्ञात लड़कों को भक्तों पर 'थूकते' देखा.
यह मेरे लिए किसी भी तरह की राजनीति के बारे में नहीं है. मैं एक पावरलिफ्टर हूं - और मैं महाकाल की सवारी में हिस्सा लेने गया था. मैं अपने दोस्तों के साथ टंकी चौक पर था जब मैंने देखा कि कुछ लड़के अपनी छत से जुलूस पर थूक रहे थे. वहां महिला श्रद्धालु भी मौजूद थीं और वे हममें से किसी से भी अधिक क्रोधित थीं. इसलिए, हमने वीडियो शूट किया और शिकायत दर्ज की.
सावन लोट, शिकायतकर्ता
FIR में उन्होंने कहा:
पूरी घटना का इंदौर के एक निवासी ने वीडियो बनाया. इस घटना से मेरी एवं संपूर्ण समाज की धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है. हम इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग करते हैं.
FIR में कहा गया
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बुधवार (19 जुलाई) को विध्वंस के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए, उज्जैन के ASP आकाश भूरिया ने कहा:
हाल ही में उज्जैन में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज की, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई. फिर हमने नगर निगम और राजस्व विभाग को आरोपी के बारे में सूचित किया. आज नगर निगम एवं राजस्व विभाग एवं पुलिस की उपस्थिति में आरोपियों द्वारा किये गये अवैध कब्जे को प्रभावी ढंग से हटा दिया गया है.
ढोल के इस्तेमाल के बारे में ASP भूरिया ने स्पष्ट किया, "पारंपरिक रूप से अतिक्रमण हटाने जैसे कार्यों की सार्वजनिक रूप से घोषणा करने के लिए ड्रम का इस्तेमाल किया जाता है. यही कारण है कि आज भी इनका इस्तेमाल किया गया."
नाबालिग आरोपी ने 'अनजाने में' ऐसा किया था- पुलिस सूत्र
मंगलवार, 18 जुलाई को, उज्जैन में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने क्विंट हिंदी को बताया कि 'थूकने' की घटना में आरोपी की हरकतें अनजाने में थीं.
हमारी जांच और पूछताछ के आधार पर यह पाया गया कि आरोपी ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया था. लड़के छत पर घूम रहे थे और उनमें से एक को कई अन्य लोगों की तरह, जब-तब थूकने की आदत थी. छोटा भाई गम चबा रहा था और घर में हरे रंग का कपड़ा लगा हुआ था, जिससे थूक उस सड़क पर नहीं पहुंच रहा था, जहां जुलूस निकल रहा था. उनके नीचे एक खिड़की का छज्जा भी था.
पुलिस अधिकारी ने कहा
हालांकि, उन्होंने ऐसी घटनाओं से बचने के महत्व पर जोर दिया, खासकर धार्मिक जुलूसों के दौरान, क्योंकि वे अनजाने में धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकते हैं.