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मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमले को आज 10 साल पूरे हो चुके हैं. इस मौके पर अमेरिका की तरफ से एक बड़ा बयान आया है. 10 साल बाद पहली बार अमेरिका ने भारत में हुए 26/11 हमले पर कोई बड़ा बयान दिया है. अमेरिका ने इस हमले के दोषियों को पकड़वाने पर इनाम का ऐलान किया है.
अमेरिका ने घोषणा की है कि मुंबई अटैक के दोषियों को पकड़वाने में जो भी मदद करेगा उसे 50 लाख (लगभग 35 करोड़ रुपये) अमेरिकी डॉलर का इनाम दिया जाएगा. अमेरिका के रिवार्ड फॉर जस्टिस डिपार्टमेंट (RFJ) ने मुंबई हमले की 10वीं बरसी के मौके पर सोमवार को इस इनाम की घोषणा की है. बताया गया है कि यह कदम उपराष्ट्रपति माइक पेंस के सिंगापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करने के एक पखवाड़े से भी कम समय में उठाया गया है. उस दौरान इस मुद्दे को उठाया गया था.
अमेरिका की तरफ से कहा गया है कि मुंबई हमले के 10 साल बीत जाने के बाद भी अपराधी दोषमुक्त घूम रहे हैं. जिसने भी इस हमले को अंजाम दिया है या फिर उसकी साजिश रची है उसकी गिरफ्तारी या फिर इस तरह की कोई भी सूचना देने वाले को 50 लाक डॉलर तक का इनाम दिया जाएगा. अमेरिका ने यह भी कहा कि जो भी देश इस आतंकी घटना की जांच या फिर उसे सजा दिलाने के लिए काम कर रहा है, उसका हर तरह से सहयोग किया जाएगा.
अमेरिका पहले भी कई आतंकियों के लिए इनाम की घोषणा कर चुका है. मुंबई हमले पर यह घोषणा इस तरह का तीसरा इनाम है. अप्रैल 2012 में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने लश्कर-ए-तयैबा के संस्थापक हाफिज सईद और लश्कर के एक वरिष्ठ नेता हाफिज अब्दुल रहमान मक्की को सजा दिलाने के लिए सूचना देने वालों को इनाम देने की घोषणा की थी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि दिसंबर 2001 में विदेश मंत्रालय ने लश्कर-ए-तयैबा को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था, जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी भूमिका निभाती है.
बता दें कि 2008 में आज ही के दिन यानी 26/11 को 10 आतंकियों ने मुंबई में कई जगहों पर आतंकी हमला किया था. जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी. मुंबई के होटल ताज पर हुए इस हमले में मरने वालों में 6 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे.
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