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इजरायल और फिलिस्तीन के विद्रोही गुट हमास के बीच जंग (Israel-Hamas War) जारी है. लेकिन उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में इसके चलते एक मौलाना और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है.
इनपर आरोप है कि इन्होंने सोशल मीडिया पर हमास के समर्थन में भड़काऊ पोस्ट डाले, जिससे सामाजिक सौहार्द के लिए खतरा पैदा होने की स्थिती बन गई. हम आपको बताते हैं कि ये पूरा मामला क्या है.
हमीरपुर जिले में मौदहा थाना के निवासी आतिफ चौधरी और मौलाना सुहेल अंसारी ने 8 अक्टूबर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर पोस्ट डाला. उनपर आरोप है कि उन्होंने हमास और फिलिस्तीन के समर्थन में विवादित पोस्ट डालकर एक विशेष समुदाय को भड़काने की कोशिश की.
FIR के अनुसार, आरोपी ने फिलिस्तीन के समर्थने में अपने व्हाट्सएप स्टेट्स पर लिखा, "इंशा अल्लाह बड़ा चौराहा की मस्जिद में बैतूल मुकद्दस (मस्जद अल अक्सा) की हिफाजत के ताल्लुक से बयान होगा और खुशुशी दुआ (खास दुआ) का एहतराम भी किया गया है."
आरोप है कि एक और स्टेटस में लिखा था, "लब्बैक, लब्बैक, लब्बैक या अल अक्सा लिखा, जिसमें फोटो पर तीन मस्जिद बनी थी."
पुलिस का कहना है कि इस तरह के पोस्ट और स्टेटस से दूसरे पक्ष के लोगों में काफी आक्रोश व्यक्त हो गया. मौदहा में मिश्रित आबादी होने के चलते सामाजिक सौहार्द खराब होने की संभावना बन गई.
पुलिस ने मौदहा थाने में मौलाना सुहेल अंसारी और आतिफ चौधरी के खिलाफ धारा 153 और 502(2) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. मौदहा सीओ के अनुसार, मौलाना और उसके साथी की विवादित पोस्ट से क्षेत्रीय सौहार्द तनावपूर्ण हो सकते थे.
विवादित पोस्ट की जानकारी मिलते ही पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू कर दी और मौलाना को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा युवक फरार हो गया. गिरफ्तार मौलाना से पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही पुलिस ने पोस्ट भी डिलीट करवा दिया है.
इनपुट- विनीत तिवारी
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