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(डिस्क्लेमर: इस खबर में हमले और बलात्कार का जिक्र है, पाठक अपने विवेक का इस्तेमाल करें.)
पुलिस ने कहा कि रविवार, 7 जनवरी को कर्नाटक (Karnataka) के हावेरी जिले के हंगल के एक होटल में कम से कम सात लोगों के एक समूह ने एक अंतरधार्मिक जोड़े पर कथित तौर पर हमला करने के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
कर्नाटक (Karnataka) के हावेरी जिले के हंगल के एक होटल में रविवार, 7 जनवरी को हुए एक घटना ने पूरे राज्य को सरगर्म कर दिया है. होटल के एक कमरे में कम से कम सात लोगों के एक समूह ने एक कपल पर कथित तौर पर हमला किया. कपल के कमरे में घुसने के बाद, उन लोगों ने कथित तौर पर वीडियो रिकॉर्ड करते हुए उन्हें गाली देना और मारना शुरू कर दिया.
महिला ने उन लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है. पुलिस ने जानकारी दी है कि अबतक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
गौरतलब है कि कपल दो अलग-अलग समुदायों से थे.
हावेरी के पुलिस अधीक्षक अंशू कुमार ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि, "पीड़िता को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उनका बयान दर्ज किया गया है. उसने अपने बयान में सात लोगों पर आरोप लगाया है. उनमें से तीन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. एक अस्पताल में है. बाकी तीन भागे हुए हैं, हम बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार करेंगे."
उन्होंने आगे बताया कि, आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376डी (सामूहिक बलात्कार) भी लगाई गई है. आरोपियों में से दो की पहचान आफताब मकबूल अहमद चंदनकट्टी (24) और मदारसाब महम्मद इसाक मंदक्की (23) के रूप में की गई है.
वहीं पुलिस ने कथित तौर पर अन्य के बारे में अभी तक खुलासा नहीं किया है.
इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि मॉरल पुलिसिंग की ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए निर्देशों का पालन किया जा रहा है.
हावेरी की घटना पर बीजेपी नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी और आरोपियों के खिलाफ सख्त और तत्काल कार्रवाई की मांग की.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई ने घटना पर चुप्पी साधने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की आलोचना की.
उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन उन्होंने सभी को गिरफ्तार नहीं किया है. इसलिए, तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए और किसी को भी नहीं बख्शा जाना चाहिए, चाहे वे सत्ताधारी दल के हों या विपक्षी दल के."
पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, "यह बहुत गंभीर मुद्दा है, मैं राज्य सरकार से अनुरोध करता हूं कि इस मामले की गंभीरता से जांच कराई जाए और जो भी इसमें शामिल हो उसे गिरफ्तार किया जाए."
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