advertisement
लता मंगेशकर नहीं रहीं. रविवार की सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली. कोरोना से संक्रमित होने के बाद 8 जनवरी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. करीब एक महीने तक इलाज चला. उनके निधन पर दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया. खालिद मोहम्मद को दिए एक इंटरव्यू में लता जी ने बताया था कि शादी को लेकर उनका शादी क्या सोचना था.
लता जी से सवाल पूछा किया गया कि आपने अविवाहित रहना चुना. क्या आप कभी अकेलापन महसूस करती हैं? तब उन्होंने कहा, सिर्फ मेरी मां ही मुझे शादी के लिए परेशान करती रहती थी. आखिर उन्होंने मेरा साथ छोड़ दिया. मेरे परिवार का मतलब शादी से कहीं ज्यादा है. अगर मैं कभी-कभी अकेला महसूस नहीं करती तो मैं इंसान नहीं होती. हम सभी करते हैं. चाहे शादी की हो या न की हो. अकेले रहना हानिकारक हो सकता है. सौभाग्य से मैं लगातार अपने घरवालों से घिरी रही हूं.
जब लता जी से पूछा गया कि ये बड़ी विडंबना है कि आप शहर के सबसे शोर-शराबे वाले इलाके में रहती हैं. जो पेडर रोड फ्लाईओवर के पास है. 24 x7 ट्रैफिक रहता है. तब उन्होंने कहा, जब आशा और मैंने प्रभु कुंज की पहली मंजिल पर बगल के अपार्टमेंट खरीदे तो पेडर रोड बॉम्बे के सबसे शांत इलाकों में से एक था. अब यह बिल्कुल बदल गया है. आशा लोअर परेल में शिफ्ट हो गई है.
लता जी से सवाल किया गया कि एक डॉक्टर ने बताया कि आपके पूरे के पूरे 32 दांत हैं. आप अपना ख्याल कैसे रखती हैं. तब उन्होंने कहा, यह खुश करने वाला है. मुझे एक्सरसाइझ करना चाहिए. लेकिन मैं नहीं कर पाती. मैं अपने खाना पान का ध्यान रखती हूं और एक घंटे योग और ध्यान करती हूं।
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)