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मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में राम नवमी के मौके पर खरगोन (Khargone) में हुई हिंसा का मामला अब नया मोड़ लेने लगा है. अब ये मामला केवल हिंसा तक सीमित नहीं है बल्कि इसमें करीब 150 से 200 लोगों पर नये सिरे से FIR दर्ज किया गया है.
शुक्रवार, 15 अप्रैल को नीमच में जुमे की नमाज के बाद खरगोन में हुई हिंसा पर पुलिस की कार्रवाई को पक्षपाती बताते हुए पुलिस, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ एक समुदाय विशेष के लोगों ने जमकर नारेबाजी की.
आपको बता दें कि खरगोन में हिंसा के बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए एक घर्म विशेष से संबंधित कई लोगों के घरों को ढ़हा दिया था.
खरगोन में हुई घटना को लेकर जिला एमआईसी कमेटी के सदस्य बड़ी संख्या में एसपी कार्यालय ज्ञापन देने पहुंचे थे. जहां इन्होंने शासन के खिलाफ अशोभनीय नारेबाजी शुरू कर दी और कलेक्टर के आदेश (धारा 144) का उल्लंघन किया.
जानकारी के अनुसार इसमें 11 नामजद आरोपी है. गुलाम रसुल, सलीम, यासीन, जावेद, सईद, वसीम, छोटू, राजा, पूर्व पार्षद इकबाल हुसैन, असलम, आसिफ मंसूरी जाटवाला सहित अन्य 150 से 200 के खिलाफ धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
नीमच के एसपी सूरज वर्मा ने बताया कि "ये लोग ज्ञापन देने के लिए इकट्ठे हुए थे और ज्ञापन देने से पहले उन्होंने नारेबाजी की थी जिसमें आपत्तिजनक और भड़काऊ बातें थी. इसे संज्ञान में लेकर प्रकरण दर्ज किया गया है. इसमें 11 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है, बाकी अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. इसके अलावा इन लोगों से बॉन्ड भरवाने की कार्रवाई की गई है, ताकि यह लोग इस प्रकार का कोई काम ना करें." उन्होंने आगे कहा कि,
इनपुट- सलमान कुरैशी
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