Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Manipur Violence:मणिपुरी एथलीटों ने अमित शाह को लिखा पत्र,पदक लौटाने की कही बात

Manipur Violence:मणिपुरी एथलीटों ने अमित शाह को लिखा पत्र,पदक लौटाने की कही बात

Manipur violence: मणिपुर के चार दिवसीय दौरे पर गए हैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

क्विंट हिंदी
न्यूज
Published:
<div class="paragraphs"><p>Manipur Violence:मणिपुर एथलीटों ने अमित शाह को लिखा पत्र,पदक लौटाने की कहीं बात</p></div>
i

Manipur Violence:मणिपुर एथलीटों ने अमित शाह को लिखा पत्र,पदक लौटाने की कहीं बात

null

advertisement

ओलंपिक रजत पदक विजेता साइखोम मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) और विश्व मुक्केबाजी चैंपियन लैशराम सरिता देवी सहित मणिपुर की 13 खेल हस्तियों ने मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) को रोकने के लिए, मंगलवार, 30 मई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा. उन्हें राज्य में चल रहे संकट का समाधान खोजने का आग्रह किया. मुक्केबाज सरिता देवी ने मीडिया से कहा, "हम लड़ना नहीं चाहते, हम सिर्फ मणिपुर में शांति चाहते हैं, यह कुकी उग्रवादियों और मेइती के बीच चल रही लड़ाई है.

एथलीटों ने चेतावनी दी है कि अगर मणिपुर की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वो अपना सम्मान पदक लौटा देंगे.

एथलिटों ने सौंपा मेमोरेंडम

वेट लिफ्टिंग चैंपियन एल अनीता चानू, वेट लिफ्टिर एन कुंजारानी देवी, मुक्केबाज सरिता देवी, फुटबॉलर ओइनम बेमबेम, ओलंपियन नंगबम सोनिया चानू और वुशु एथलीट एम बिमोलजीत के नेतृत्व में एथलीटों ने मंगलवार 30 मई को इम्फाल राजभवन की यात्रा के दौरान शाह को एक मेमोरेंडम (memorandum) सौंपा. मेमोरेंडम में बड़े पैमाने पर केंद्रीय सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के बावजूद हाल ही में हुई हत्याओं और आगजनी की घटनाओं के कारण राज्य के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर किया गया.

'कहां हैं वो फोर्स जिन्हें केंद्र ने तैनात किया है?'

मुक्केबाज सरिता देव ने मीडिया से कहा, "हर दिन मैतेई मारे जा रहे हैं, उनके घर जलाए जा रहे हैं, बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है. केंद्र ने कहा है कि राज्य में लगभग 40,000 बल तैनात किए गए हैं, लेकिन वे कहीं नजर नहीं आ रहे हैं" .

"आतंकवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाने के पीछे सेना सस्पेंशन ऑफ़ ऑपरेशंस (SOO) का हवाला देती है लेकिन मणिपुर में इन हालातों को बने हुए एक महीना हो गया है." एथलिटों ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो एथलीट अपने पुरस्कार वापस कर देंगे.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

3 मई को भड़की थी हिंसा

3 मई को भड़की हिंसा मणिपुर में अपने 27वें दिन पर पहुंच गई है. रविवार, 28 मई को कुकी-ज़ोमी और मैतेई दोनों गांव जला दिए गए. कांगवई (चुराचंदपुर), सुकनू (चंदेल), सैकुल (कांगपोकपी), कांगचुप (कांगपोकपी), मोरेह (तेंगनौपाल) और सेकमई (इम्फाल पूर्व) शहरों में भी हिंसा भड़क उठी है. जबकि पहले यह हिंसा केवल चार पहाड़ियों तक ही सीमित थी हैं, जिन पर मेइती तेंगोल ने हमला किया और आखिरी दो कुकीयों द्वारा हमला किया गया था.

मणिपुर में शांति सर्वोच्च प्राथमिकता: शाह

इस बीच, मणिपुर के चार दिवसीय दौरे पर आए अमित शाह ने अपने दूसरे दिन कैबिनेट मंत्रियों और नागरिक समाज संगठनों सहित विभिन्न हितधारकों के साथ मुलाकात की. इस महीने की शुरुआत में हुई झड़पों के बाद से शाह का पूर्वोत्तर राज्य का यह पहला दौरा है. राज्यपाल के बंगले में महिला नेताओं के साथ बैठक के बाद, मेइती और ईमा मार्केट की प्रतिनिधि कक्ष शांति देवी (Ksh Santi Devi) ने कहा कि शाह ने उन्हें आश्वासन दिया था कि "मणिपुर के लिए एक अलग प्रशासन संभव नहीं है". अमित शाह ने मंगलवार, 30 मई को कहा, "मणिपुर में शांति सर्वोच्च प्राथमिकता है, अधिकारियों को शांति भंग करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया गया है."

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT