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निर्भया गैंगरेप और हत्या चारों दोषियों को फांसी देने के बाद उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. वहीं अब शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अक्षय का शव बिहार के औरंगाबाद स्थित उसके गांव ले जाया जाएगा. मुकेश के परिजन उसका शव राजस्थान ले जाएंगे. विनय और पवन के शवों को दक्षिण दिल्ली स्थित रविदास कैम्प में मौजूद उनके घर ले जाया जाएगा.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''आज देश के लिए बहुत ही संतोष का दिन है. भारत की पीड़ित बेटी निर्भया को सही न्याय मिला है. अच्छा होता कि इसमें 7 साल की देरी नहीं होती.''
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''न्याय की जीत हुई. महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा को सुनिश्चित करना काफी अहम है. हमारी नारी शक्ति ने हर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन किया है. हमें साथ मिलकर ऐसा देश बनाना होगा, जहां महिला सशक्तिकरण पर फोकस हो, जहां बराबरी पर जोर हो.''
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, '' निर्भया केस से IPC और CrPC की खामियां उजागर हुई हैं. ऐसे मामलों में जल्दी से सजा दी जानी चाहिए, इसलिए भारत सरकार IPC और CrPC में कुछ बदलाव करना चाहती है.''
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ''निर्भया केस के दोषियों की फांसी हर अपराधी के लिए संदेश है कि एक दिन आप कानून के शिकंजे में होंगे.''
तिहाड़ जेल के डीजी ने बताया, ''बीती रात दोषी मुकेश और विनय ने खाना खाया था और अक्षय ने सिर्फ चाय पी थी. विनय थोड़ा रोया, लेकिन चारों दोषी शांत ही थे. उन्हें लगातार कोर्ट के आदेशों के बारे में बताया जाता रहा. अगर उनके परिजन चाहेंगे तो उनकी बॉडी परिजनों के हवाले कर दी जाएंगी, नहीं तो उनका अंतिम संस्कार करना हमारी ड्यूटी होगी.''
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा, ''7साल बाद निर्भया को न्याय मिला, जितनी देरी होती है लोगों को लगता है कि इंसाफ नहीं मिला. जरूरत है कि ऐसे मामले में कानून में बदलाव हो और जल्द से जल्द सजा का प्रबंध किया जाए. महाराष्ट्र में सरकार इस तरह के कानून लाने का विचार कर रही है.''
दीन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल से जुड़े सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, ''ज्यूडिशियल हैंडलिंग की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामान्य हैंडलिंग से अलग होती है. दोपहर 12:30 बजे तक ऑटोप्सी पूरी हो सकती है.''
दिल्ली: निर्भया केस के चारों दोषियों की बॉडी पोस्टमॉर्टम के लिए दीन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल लाई गईं. जेल मैनुअल और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के मुताबिक पोस्टमॉर्टम किया जाएगा. पोस्टमॉर्टम के बाद दोषियों की बॉडी उनके परिवारों के हवाले कर दी जाएंगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''आज वो दिन है जब हम सब लोगों को मिलकर ये संकल्प करने की जरूरत है कि दूसरी निर्भया अब नहीं होनी चाहिए.'' इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''हमारे सिस्टम के अंदर बहुत सारी कमियां हैं जो गलत काम करने वालों को प्रोत्साहन देती हैं इसके लिए हमें कई लेवल पर काम करने की जरूरत है.''
निर्भया के पिता ने कहा, ''आज हमारी जीत हुई है और ये मीडिया, समाज और दिल्ली पुलिस की वजह से हुई है.''
दिल्ली महिला आयोग की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने कहा, ''यह ऐतिहासिक दिन है, 7 साल से ज्यादा समय बाद निर्भया को इंसाफ मिल गया. आज उसकी आत्मा को शांति जरूर मिली होगी. देश ने रेपिस्ट को कड़ा संदेश दिया है कि अगर आप इस अपराध को करोगे तो आपको फांसी पर लटका दिया जाएगा.''
राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा, ''आज एक उदाहरण तय हुआ है, लेकिन इसे पहले ही हो जाना चाहिए था. अब लोगों को पता लगेगा कि उनको सजा मिलेगी, आप तारीख टाल सकते हो लेकिन आपको सजा तो होगी.''
तिहाड़ जेल के डायरेक्टर जनरल संदीप गोयल ने कहा, ''डॉक्टर ने चारों दोषियों को देखा और उन्हें मृत घोषित कर दिया.''
निर्भया की मां ने कहा, ''इन दोषियों की फांसी के बाद महिलाएं निश्चित तौर पर सुरक्षित महसूस करेंगी.''
निर्भया की मां ने कहा, ''आखिरकार उनको फांसी पर लटका दिया गया. यह लंबा संघर्ष था. आज हमें न्याय मिल गया. यह दिन देश की बेटियों को समर्पित है. मैं न्यायपालिका और सरकार का शुक्रिया अदा करती हूं.''
निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले के चारों दोषियों को फांसी वाली जगह पर ले जाया जा रहा है. अब से थोड़ी देर में उन्हें फांसी दी जाएगी.
निर्भया के चारों दोषियों का मेडिकल कराया गया, मेडिकल के मुताबिक चारों दोषी पूरी तरह स्वस्थ हैं. तिहाड़ जेल को पूरी तरह लॉकडाउन किया गया .
दोषी पवन गुप्ता की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने की खारिज
जस्टिस भूषण ने कहा इन दलीलों को आप पहले ही पेश कर चुके है जिसे अदालत पहले ही खारिज कर चुकी है.
जस्टिस आर भानुमति की बेंच में हो रही है सुनवाई
दिल्ली हाई कोर्ट ने निर्भया के दोषियों की अर्जी खारिज कर दी है , जिसके बाद दोषियों के वकील सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार से मिलने उनके घर पहुंचे हैं.
दिल्ली हाई कोर्ट ने निर्भया के दोषियों की अर्जी खारिज कर दी है , जिसके बाद दोषियों के वकील सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार से मिलने जा रहे हैं.
निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को 20 मार्च सुबह 5:30 बजे फांसी होना अब लगभग तय है. पटियाला हाउस कोर्ट के बाद अब दिल्ली हाईकोर्ट ने भी दोषियों की याचिका खारिज कर दी है. दोषियों ने पटियाला हाउस कोर्ट के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. उनकी दलील थी कि अभी डेथ वारंट पर रोक लगा दी जाए. लेकिन हाईकोर्ट ने इन सभी दलीलों को खारिज कर दिया. हालांकि दोषी फांसी से पहले सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटा सकते हैं.
वकील ने कोर्ट से कहा है कि दोषियों की एक याचिका NHRC में लंबित है तो ऐसे में फांसी कैसे हो सकती है. इस पर कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फांसी पर फैसला आ चुका है, अब हम उसकी समीक्षा नहीं कर सकते. कोर्ट ने वकील से ये भी कहा कि आप कानूनी बातों पर ही बहस करें, हमें आपके तर्क नहीं समझ पा रहे हैं.
कोर्ट ने दोषियों के वकील से कहा, "समय निकलता जा रहा है. अब आपके मुवक्किल का भगवान से मिलने का समय आ गया है. हम आखिरी समय में आपकी मदद नहीं कर सकते. आपके पास 4-5 घंटे हैं. आपके पास कोई तर्क है तो दीजिए."
निर्भया के दोषियों के वकील अपने मुवक्किल को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. फांसी को मात्र 5-7 घंटे बचें हैं, लेकिन इस मामले पर कोर्ट में आधी रात में भी सुनवाई चल रही है. 19 मार्च को पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वारंट रद्द करने की याचिका रद्द कर दी थी. अब दोषियों के वकील ने इस फैसले को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है. हाई कोर्ट इस याचिका पर सुनवाई कर रहा है.
पवन जल्लाद ने शाम करीब 6 बजे एक चाबी तिहाड़ जेल नंबर-3 के अधीक्षक के हवाले कर दी. जल्लाद से चाबी लेते वक्त अधीक्षक के साथ जेल नंबर तीन में जेल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट भी मौजूद थे.
एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर IANS को बताया, "ये सब बातें बेहद संवेदनशील हैं. लिहाजा, खुलकर कुछ नहीं कहा जा सकता. हां, संबंधित जिले (जिस जिले में तिहाड़ जेल स्थित है) के डीसी (जिले के उपायुक्त प्रशासन, यूपी में जिलाधिकारी) को लिखित में सूचना दे दी गई है, ताकि वे फांसी की प्रक्रिया को अमल में लाए जाने के वक्त मौके पर अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर सकें."
निर्भया के मुजरिमों को अब फांसी पर लटकाए जाने में महज चंद घंटे ही बाकी बचे हैं, ऐसे में जेल प्रशासन दवाब में होगा? पूछे जाने पर अपर जेल महानिरीक्षक ने कहा, "नहीं, कोई दबाव नहीं है. दबाव तब होता, जब हमारी तैयारी में कहीं कोई कमी बची होती. अंतिम डमी ट्रायल भी अब से कुछ देर पहले पूरा हो चुका है. डेथ वारंट को अमल में लाए जाने के वक्त फांसीघर में कौन-कौन मौजूद रहेगा, यह सब भी तय हो चुका है."
16 दिसंबर 2012 की रात 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा (निर्भया) के साथ चलती बस में गैंगरेप हुआ था और उसे चलती बस से बाहर फेंक दिया था. बाद में निर्भया ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था. इस मामले में एक नाबालिग समेत 6 को गिरफ्तार किया गया था. एक दोषी राम सिंह ने 2015 में तिहाड़ जेल मेंआत्महत्या कर ली थी और एक नाबालिग दोषी को सुधार गृह में तीन साल की सजा काटने के बाद 2015 में रिहा कर दिया गया था.
निर्भया गैंगरेप और हत्या के चारों दोषियों को 20 मार्च सुबह 5:30 बजे फांसी दी जाएगी. तिहाड़ जेल में निर्भया के दोषियों विनय, मुकेश, अक्षय और पवन को लटकाए जाने की तैयारियां पूरी हो गई हैं. फांसी को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को यूपी के मेरठ से जल्लाद पवन को भी तिहाड़ अधिकारी सुरक्षित ले आए. बुधवार को जल्लाद ने तिहाड़ जेल अधिकारियों की मौजूदगी में फांसी देने का 'डमी-ट्रायल' भी किया गया.
चारों दोषियों ने मौत की सजा से बचने के लिए जिस तरह के पैंतरे इस्तेमाल किए हैं
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