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अमित शाह के कहने पर प्रशांत किशोर को दी पार्टी में पोस्ट : नीतीश  

नीतीश ने कहा कि प्रशांत किशोर के लिए अमित शाह ने दो बार फोन किया था

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नीतीश कुमार ने कहा, वह प्रशांत किशोर को काफी पसंद करते हैं
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नीतीश कुमार ने कहा, वह प्रशांत किशोर को काफी पसंद करते हैं
(फोटो: Facebook)

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के बारे में बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि प्रशांत किशोर को पार्टी में नंबर दो बनाने का फैसला उनका नहीं था. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें दो बार फोन कर किशोर को पार्टी में पार्टी में पोस्ट देने के लिए कहा था. हालांकि उन्होंने साफ कहा किया कि वह किशोर को काफी पसंद करते हैं.

नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर के बारे में यह खुलासा मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान किया. उन्होंने पटना में न्यूज चैनल एबीपी से कहा कि प्रशांत किशोर का नाम अमित शाह ने सुझाया था.

नीतीश ने कहा

पहली बार मैं पब्लिक में यह बताना चाहता हूं कि जनता दल यूनाइटेड में प्रशांत किशोर को पोस्ट देने का फैसला सिर्फ मेरा अकेले का नहीं था. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रशांत को पार्टी में पोस्ट देने के लिए मुझे दो बार फोन किया था.  
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‘प्रशांत किशोर हमारे लिए नए नहीं हैं’

नीतीश ने कहा कि वह प्रशांत किशोर को काफी पसंद करते हैं. उन्होंने किशोर को जिम्मेदारी दी है कि वह पार्टी को युवाओं से जोड़ें. चुनाव नजदीक है. इसलिए उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है. किशोर को युवा प्रतिभाओं को पार्टी ओर आकर्षित करने की जिम्मेदारी दी गई है. हर वर्ग के युवाओं को पार्टी से जोड़ना है. जो लोग राजनीतिक परिवारों में नहीं पैदा हुए हैं. उन्हें भी पॉलिटिक्स में आने का मौका मिलना चाहिए.

नीतीश कुमार ने कहा कि प्रशांत किशोर हमारे लिए नए नहीं हैं. वह पहले भी 2015 में हमारे लिए काम कर चुके हैं. थोड़ी समय के लिए वे कहीं और व्यस्त थे इसलिए इसके तत्काल बाद हमसे जुड़ नहीं सके.

‘नेतृत्व नेताओं के बेटे-बेटियों को नहीं ‘

प्रशांत किशोर को 2014 में बीजेपी को मिली जबरदस्त जीत की रणनीति का श्रेय जाता है. इसके उन्होंने 2015 में बिहार नीतीश की पार्टी को जिताने की रणनीति बनाई थी. हालांकि 2017 में यूपी में कांग्रेस के लिए बनाई गई उनकी स्ट्रेटजी कामयाब नहीं हुई. नीतीश ने कहा कि पार्टी में उनके बाद कौन नेतृत्व संभालेगा. यह पार्टी तय करेगी. यह पारिवारिक पार्टी की तरह नहीं है, जहां नेताओं को बेटे-बेटी को ही नेतृत्व दे दिया जाता है.

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Published: 16 Jan 2019,10:48 AM IST

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