advertisement
राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने उदयपुर में मीडिया को संबोधित करते हुए अपराधियों के खिलाफ सख्त टिप्पणी की है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि अगर उनका बस चले तो वे दुष्कर्मियों और गैंगस्टर के बाल काटकर उनकी सरेबाजार परेड करवाएं, ताकि पूरी जनता देख सके कि ये दुष्कर्मी हैं. इसके अलावा उन्होंने अग्नीवीर योजना, पेपर लीक और कर्जा माफी पर भी बात की और विपक्ष को घेरा.
गहलोत ने कहा कि स्ट्रिक्ट एक्शन लेने से जैसे बाकी अपराधियों के मन में डर पैदा होगा. गहलोत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि आरोपियों को हथकड़ी नहीं लगा सकते, हथकड़ी लगती तो लोगों को शर्म आती थी. उन्होंने कहा कि,
गहलोत ने कहा कि न्यायपालिका अपना काम करती है, हम अपना काम करते हैं. न्यायपालिका, न्यायपालिका है. इसका सम्मान करना हम सबका कर्तव्य है.
अग्निवीर योजना के बारे में गहलोत ने कहा कि इस योजना की शुरू से ही बड़ी आलोचना हुई है और बिना किसी से चर्चा के इसकी अचानक घोषणा की गई. उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना का विरोध करने पर केंद्र सरकार की ओर से धमकी दी गई कि हम मुकदमा दर्ज करेंगे और जिंदगी भर नौकरी नहीं लग पाएगी. इस डर से लोग शांत हो गए. उन्होंने कहा कि इस प्रकार धमकी देकर लोगों को शांत करवाना मैं समझता हूं कि उचित नहीं है.
गहलोत ने कहा कि पेपर लीक तो यूपी, गुजरात और बिहार में भी हुए, लेकिन वहां कोई अरेस्ट नहीं होता. हम तो तह तक पहुंचे कि कहां से पेपर लीक हुआ और कैसे हुआ. उन्होंने कहा कि
गहलोत ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी का अपना वादा कांग्रेस ने निभाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये विपक्ष वाले इतना झूठ बोलते हैं कि ये उनके लिए महंगी पड़ेगी, क्योंकि जिनका कर्जा माफ हुआ वे इस तरह की कर्ज माफ नहीं होने की खबरें सुनकर गुस्से में हैं.
भूमि विकास बैंक व सहकारी बैंक में बिना किसी सीमा के 100 प्रतिशत कर्जा माफ कर दिया. गहलोत ने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों का कर्जा माफ नहीं हुआ, लेकिन हमने जो वादा किया था वह निभाया.
बिहार में पेपर लीक पर देखिए क्विंट का ये खास वीडियो
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)