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दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग के बाद टर्नआउट को लेकर खूब बहस हुई. आम आदमी पार्टी समेत कई लोगों ने चुनाव आयोग से सवाल किए कि वोटिंग प्रतिशत जारी करने में आखिर क्यों इतना वक्त लग रहा है. जिसके बाद अब चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया है कि देर रात तक वोटिंग चलती रही. जिसके बाद रात को ईवीएम को सील करने का काम चलता रहा. हमारे सारे अधिकारी इसमें बिजी रहे. इसके बाद स्क्रूटनी का काम शुरू हुआ.
उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा मतदान बल्लीमरान में हुआ. जो 71.6 प्रतिशत रहा. इसके अलावा सबसे कम मतदान दिल्ली कैंट में हुआ. यहां सिर्फ 45.4 प्रतिशत मतदान हुआ.
दिल्ली में कम वोटिंग पर चुनाव अधिकारी ने बताया कि हो सकता है कि सर्दी भी इसकी एक वजह रही हो. या छुट्टी के दिन चुनाव होने के चलते ऐसा हुआ हो. उन्होंने बताया कि नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में एक्टिव रहने वाली विधानसभाओं में कितना मतदान हुआ. अधिरकारी ने बताया कि ओखला में 58.8 प्रतिशत वोटिंग हुई. वहीं सीलमपुर में 71.22 प्रतिशत वोटिंग हुई.
दिल्ली चुनाव में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 62.55 रहा और पुरुषों का वोटिंग प्रतिशत 62.62 रहा. मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि रिटर्निंग ऑफिसर लगातार स्क्रूटनी में बिजी थी. इसीलिए इसमें थोड़ा वक्त लग गया. डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर ने बताया,
चुनाव आयोग पर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जमकर हमला बोला. खुद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें काफी हैरानी है कि अभी तक चुनाव का वोटिंग प्रतिशत जारी नहीं हुआ है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
केजरीवाल के अलावा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने चुनाव आयोग से पूछा कि क्या मतदान का फाइनल आंकड़ा बीजेपी ऑफिस से मिलना है? सिसोदिया ने ट्वीट में लिखा, “बीजेपी के नेता मतदान के आंकड़े दे रहे हैं. उधर चुनाव आयोग मतदान खत्म होने के 24 घंटे के बाद तक नही बता पाया है कि वोटिंग कितने प्रतिशत हुई. क्या मतदान का फाइनल आंकड़ा बीजेपी ऑफिस से मिलना है आपको?”
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Published: 09 Feb 2020,07:16 PM IST