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हरियाणा का करनाल (Karnal) जिला किसान आंदोलन का नया केंद्र बनता जा रहा है. मिनी सचिवायल के बाहर पिछले तीन दिनों से जारी प्रदर्शन में किसान राज्य सरकार के सामने SDM आयुष सिन्हा को सस्पेंड करने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं. किसान बनाम खट्टर सरकार के तकरार में बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला है. ऐसे में राज्य के गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि किसी के कहने पर किसी को फांसी नहीं चढ़ा सकते. अगर करनाल एपिसोड की जांच हुई तो अधिकारी, किसान या किसान नेता, जो भी दोषी पाया गया उन पर सख्त कार्रवाई होगी.
खट्टर सरकार और किसानों के बीच पिछले महीने करनाल में हुए लाठी चार्ज के बाद गतिरोध और बढ़ गया है. किसानों का दावा है कि प्रशासन के लाठीचार्ज में एक व्यक्ति - सुशील काजला की मौत हो गई और कम से कम 10 अन्य घायल हो गए. किसानों ने प्रशासन के सामने दूसरी मांग रखी है कि मृतक किसान के परिजनों को राज्य सरकार मुआवजा दे.
9 सितंबर को विरोध कर रहे किसानों ने कहा कि उन्हें करनाल में एक स्थायी विरोध स्थल रखना पड़ सकता है, क्योंकि राज्य सरकार के साथ लगातार दूसरे दिन की बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला है.
किसानों का कड़ा विरोध झेल रही खट्टर सरकार ने गन्ना किसानों को राहत देने की कोशिश की है. राज्य सरकार ने 9 सितंबर को शुगरफेड की बैठक में गन्ने के दाम में 12 रुपये की वृद्धि करने का फैसला किया है. वृद्धि के बाद राज्य में अब गन्ने की कीमत 362 रुपये प्रति क्विंटल होगी. ये जानकारी कृषि मंत्री जेपी दलाल ने दी. इस बैठक में सहकारिता मंत्री बनवारीलाल भी मौजूद रहे.
इस फैसले के साथ खट्टर सरकार ने अपनी पीठ थपथपानी भी शुरू कर दी है. खट्टर सरकार का कहना है कि किसानों को ठीक उसी तरह हरियाणा के सीएम को भी लड्डू खिलाने चाहिए, जिस तरह पंजाब के सीएम को खिलाए गए. बता दें कि पंजाब ने भी गन्ने के दाम बढ़ाए थे.
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