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असम के दरांग जिले (Darrang Eviction) में अतिक्रमण हटाने की घटना के हिंसक रूप लेने पर सियासत गरमा गई है. इस घटना में दो नागरिकों की मौत हो गई और कई पुलिसकर्मी भी घायल हैं. अब मामले पर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि अतिक्रमण हटाना जरूरी था. उन्होंने कहा कि इसे एक रात पहले नहीं किया गया है, बल्कि चर्चा चार महीने से चल रही थी. सरमा ने कहा कि मंदिर की जमीन पर भी लोगों ने कब्जा किया हुआ था.
दरांग में 23 सितंबर कोई हुई हिंसा का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक फोटोजर्नलिस्ट एक गोली लगे शख्स के ऊपर कूदता हुआ देखा जा सकता है. इसकी आलोचना होने के बाद पुलिस ने जर्नलिस्ट को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले पर मुख्यमंभत्री ने कहा, "आप एक 30 सेकेंड के वीडियो से राज्य सरकार को नीचा नहीं दिखा सकते. आपको देखना पड़ेगा कि उससे पहले क्या था और उसके बाद क्या हुआ. अगर हमारे पुलिसकर्मी इसमें शामिल थे, तो मैं उनके खिलाफ कार्रवाई करूंगा."
सरमा ने इसी साल जून में कृषि उद्देश्यों में युवाओं के रोजगार के लिए सरकार के स्वामित्व वाली 77,000 बीघा से अधिक भूमि से अतिक्रमण हटाने का वादा किया था. उन्होंने कहा कि 2-3 हजार परिवार 27 हजार एकड़ जमीन पर कब्जा नहीं कर सकते.
सरमा ने कहा कि बेघर लोगों को जमीन दी जाएगी, पहले हुई चर्चा में पॉलिसी के आधार पर सभी को 2 एकड़ जमीन देने की बात हुई थी.
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