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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने 15 अगस्त को पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों को एक साथ लाने की पहल का स्वागत किया, लेकिन उनसे पार्टी को मजबूत करने का आग्रह करते हुए कहा कि 'कांग्रेस के बिना कोई भी विपक्षी एकता संभव नहीं है.'
सिब्बल ने कहा कि वह “23 नेताओं के समूह” के साथ वे पार्टी में सुधार की मांग करना जारी रखेंगे और इसे मजबूत करने पर जोर देते रहेंगे. गौरतलब है कि कपिल सिब्बल सहित अन्य 23 कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव के लिए सोनिया गांधी को लेटर लिखा था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा कि “मुझे खुशी है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी एकता लाने की पहल कर रही हैं. लेकिन हमारे सुधार के एजेंडे को जारी रखना होगा और हम कांग्रेस को मजबूत करने के लिए इस पर जोर देते रहेंगे .”
उन्होंने कहा कि अगर वे सोनिया गांधी के रास्ते में आयेंगे तो वो चाहे उन्हें "बेदखल " कर सकती हैं, लेकिन वह विपक्षी एकता में सबसे आगे लाने के लिए कांग्रेस को मजबूत करना जारी रखेंगे.
कपिल सिब्बल की यह टिप्पणी देश के सामने महत्वपूर्ण मुद्दों पर अधिक तालमेल लाने के लिए 20 अगस्त को विपक्षी नेताओं के साथ होने जा रही कांग्रेस अध्यक्षा की ऑनलाइन मीटिंग बैठक से पहले आई है.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे और तमिलनाडु के एम के स्टालिन सहित गैर-भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्रियों और अन्य विपक्षी नेताओं के बैठक में शामिल होने की उम्मीद है.
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