advertisement
शिवसेना के 55वें स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने पार्टी कैडर को संबोधित किया. शिवसैनिकों का हौसला बढ़ाते हुए उद्धव ने विपक्ष के साथ एमवीए सरकार में शामिल कांग्रेस को भी निशाने पर लिया. अपने दम पर चुनाव लड़ने के कांग्रेस के बयान पर सीएम उद्धव ठाकरे ने चुटकी ली. उद्धव ने कहा कि, खुद के दम पर चुनाव लड़ने की बात करोगे तो लोग चप्पल से मारेंगे. इस तरह आने वाले BMC चुनाव में उद्धव ने शिवसेना के अकेले लड़ने के लिए तैयार होने के भी संकेत दे दिए हैं.
उद्धव ने भाषण के शुरुआत में ही हिंदुत्व के मुद्दे को छेड़ दिया. उन्होंने कहा कि, हिंदुत्व पर किसी एक का पेटेंट नहीं बल्कि शिवसैनिकों के दिल मे हिंदुत्व बसता है. शिवसेना के लिए हिंदुत्व का मतलब राष्ट्रीयता है. पहले राष्ट्रवाद उसके बाद प्रादेशिक अस्मिता का महत्व है, ये बताने से शिवसेना पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे नहीं चूके. बता दें कि बीजेपी भी प्रथम राष्ट्र और हिंदुत्व का नारा देती है. हाल ही में उद्धव और पीएम मोदी की मुलाकात के बाद उद्धव का हिंदुत्व पर जोर देना कई मायनों में अहम माना जा रहा है.
उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन में ममता बनर्जी की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने, बंगाल चुनाव नतीजों की तारीफ करते हुए ममता का उदाहरण पेश किया.
शिवसेना पर लगातार आरोप लगाने वाली बीजेपी पर भी उद्धव ने निशाना साधा. उद्धव ने बीजेपी पर गलत राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कोरोना काल मे चुनाव से ज्यादा लोगों की समस्याओं पर ध्यान देने की बात भी कही. ठाकरे ने कहा कि अगर ऐसा चला तो अराजकता आने में समय नहीं लगेगा.
इस संबोधन के दौरान उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस पर इशारों-इशारों में जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, शिवसेना सत्ता के लिए लाचार नही है. किसी के दबाव में दूसरों की पालखी ढोने का काम शिवसेना नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि जो लोग खुद के दम पर चुनाव लड़ने की बात करते हैं उन्हें बता दें कि खुद का दम पर सिर्फ चुनाव लड़ने के लिए नहीं बल्कि अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए भी चाहिए. इसलिए पहले लड़ने के लिए तलवार उठाने की ताकत रखो, फिर खुद के दम पर चुनाव लड़ने की बात करो.
बता दें कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले बयान दे रहे हैं कि आने वाले स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस अकेले लड़ेगी. साथ ही उन्होंने अगली बार कांग्रेस का मुख्यमंत्री बनने की भी बात कही थी.
जाहिर है आज के संबोधन में शिवसेना पार्टी के अध्यक्ष के रूप में शिवसैनिकों का मनोबल बढ़ाने का काम उद्धव ने किया. साथ ही उद्धव की बदली हुई भाषा से महाविकास अघाड़ी सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है ये साफ हो चुका है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि उद्धव ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए शिवसेना के कैडर को बदलाव के संकेत दे दिए हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined