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महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव के बाद विधान परिषद चुनाव में बीजेपी ने महा विकास अघाड़ी को झटका दिया है. लेकिन शायद एमवीए (Maha Vikas Aghadi) को अंदाजा नहीं रहा होगा कि उनकी सरकार पर भी संकट आ सकता है. महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे करीब 30 विधायकों के साथ सूरत के ले मेरिडियन होटल में हैं. बताया जा रहा है कि वह पार्टी के संपर्क में नहीं हैं. ऐसे में समझते हैं कि क्या महाराष्ट्र में एमवीए की सरकार गिर सकती है? आखिर नंबर गेम क्या है?
दल बदल विरोधी कानून के मुताबिक, अगर किसी पार्टी से दो तिहाई सदस्य टूटकर दूसरी पार्टी में जाते हैं तो उनका पद बना रहेगा. यानी विधायक का पद बचा रहेगा. लेकिन अगर संख्या इससे कम होती है तो उन्हें विधायक के पद से इस्तीफा देना पड़ेगा. अब वापस महाराष्ट्र पर लौटते हैं.
विधानसभा में कुल 288 विधायक हैं, लेकिन विधान परिषद के चुनाव में 285 सदस्यों ने मतदान किया. शिवसेना विधायक रमेश लटके का पिछले महीने निधन हो गया. एनसीपी सदस्य नवाब मलिक और अनिल देशमुख मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में हैं.
इसके पीछे राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव के नतीजे हैं. राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को 123 और विधान परिषद चुनाव में 134 वोट मिले थे. इससे बीजेपी को एक ट्रिगर प्वाइंट मिल गया. फिर उन्होंने सरकार से असंतुष्ट विधायकों से संपर्क करने का काम किया.
एकनाथ शिंदे भी कथित तौर पर पार्टी से नाखुश हैं. उनका मानना है कि उन्हें दरकिनार कर दिया गया है. जब महत्वपूर्ण नीतियां और रणनीतियां बनाई जाती हैं तो उन्हें विश्वास में नहीं लिया जाता है. पार्टी ने हाल ही में ठाणे नगर निगम चुनावों में अकेले जाने के उनके सुझाव को खारिज कर दिया था. उन्हें बताया गया था कि पार्टी को कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ना होगा.
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Published: 21 Jun 2022,03:09 PM IST