मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Nitish Kumar:BJP के खिलाफ एकजुटता की अपील, विपक्षी नेताओं ने कैसी प्रतिक्रिया दी

Nitish Kumar:BJP के खिलाफ एकजुटता की अपील, विपक्षी नेताओं ने कैसी प्रतिक्रिया दी

क्या 2024 के आम चुनाव में नीतीश कुमार विपक्ष का चेहरा हो सकते हैं? राजनीतिक हलकों में इसकी बात है

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
<div class="paragraphs"><p>Nitish Kumar:BJP के खिलाफ एकजुटता की अपील, विपक्षी नेताओं ने कैसी प्रतिक्रिया दी</p></div>
i

Nitish Kumar:BJP के खिलाफ एकजुटता की अपील, विपक्षी नेताओं ने कैसी प्रतिक्रिया दी

(फोटो:मोहन सिंह/क्विंट हिंदी)

advertisement

नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली एनडीए (NDA) सरकार से गठबंधन तोड़ने और 10 अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद 'महागठबंधन' में लौट आए. नीतीश कुमार ने 2024 में होने वाले आम चुनावों से पहले विपक्ष के एकजुट होने का आह्वान किया है.

इसपर विपक्ष की मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आई है. किसी ने खामोशी रखी तो किसी ने सिर्फ बधाई सन्देश तक खुद को सीमित रखा. नीतीश कुमार की इस अपील पर किस विपक्षी नेता ने क्या कहा आइए बताते हैं.

अखिलेश ने कहा- बिहार से बीजेपी भगाओ का नारा आया

अखिलेश यादव ने कन्नौज में पत्रकारों से बात करते हुए बिहार में हुए सियासी पलटवार पर कहा कि, "यह एक अच्छी शुरुआत है. इस दिन 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' का नारा दिया गया था और आज बिहार से 'बीजेपी भगाओ' का नारा आ रहा है. मुझे लगता है कि जल्द ही, राजनीतिक दल और विभिन्न राज्यों के लोग बीजेपी के खिलाफ खड़े होंगे.”

क्या 2024 के आम चुनाव में नीतीश कुमार विपक्ष का चेहरा हो सकते हैं, राजनीतिक हलकों में इसकी बात है, इस सवाल पर समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने लखनऊ में पीटीआई से कहा,

"नीतीश हमारे पुराने साथी हैं और हमने लोक दल के दिनों से साथ काम किया है. यह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर चर्चा करने का समय नहीं है."
राजेंद्र चौधरी, समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता

टीआरएस एमएलसी के कविता ने कहा कि, "मेरा मानना ​​है कि यह पूरे देश के लिए एक सकारात्मक बदलाव है क्योंकि पिछले दरवाजे की राजनीति के युग का नीतीश कुमार ने बहुत अच्छी तरह से मुकाबला किया है. मैं उनके द्वारा किए गए प्रयासों और महागठबंधन की सराहना करता हूं जो बिहार के लोगों द्वारा दिए गए फैसले को बनाए रखने के लिए उनके पीछे खड़े थे."

शरद पवार ने आज ट्वीट कर कहा कि, "श्री नीतीश कुमार को बिहार के मुख्यमंत्री और श्री तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई. मैं उन्हें और उनकी सरकार को बिहार के लोगों की सेवा करने और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए शुभकामनाएं देता हूं."

शरद पवार ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनने के लिए बधाई दी, उनके फैसले के लिए बधाई दी लेकिन 2024 में होने वाले आम चुनावों के सन्दर्भ में कोई बात नहीं की. हालांकि शरद पवार ने बीजेपी पर क्षेत्रीय पार्टियों को खत्म करने का आरोप लगाकर जमकर हमला बोला.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ट्विटर पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को बधाई दी. एमके स्टालिन ने लिखा कि, "तिरु (श्री) नीतीश कुमार को बिहार के मुख्यमंत्री और मेरे भाई तेजस्वी यादव को उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक शुभकामनाएं."

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने अब तक नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को नई सरकार बनने पर किसी भी तरह का बधाई सन्देश नहीं दिया है. इसके साथ ही पंजाब में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी अब तक पूरे घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

ममता बनर्जी ने भी नीतीश कुमार की अपील का कोई जवाब नहीं दिया है लेकिन आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि,

"लोगों को ममता बनर्जी, नीतीश कुमार और राहुल गांधी में से सबसे बड़े नेताओं का फैसला करने दें, जो 2024 में भारत के संभावित प्रधानमंत्री हो सकते हैं."
शत्रुघ्न सिन्हा

बिहार में हालिया राजनीतिक घटनाक्रम और बीजेपी और जेडी (यू) के बीच संबंधों के टूटने पर बोलते हुए, शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार की स्वीकार्यता, सम्मान और क्षमता के बारे में कोई संदेह नहीं है, जो 2024 के लिए एक संयुक्त विपक्ष के संभावित पीएम उम्मीदवार हो सकते हैं.

राजनीतिक हलकों में 2024 के चुनावों के लिए नीतीश कुमार की भूमिका के बारे में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य तारिक अनवर ने द हिंदू से कहा कि "मुझे लगता है कि इस स्तर पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी. लेकिन लोकतंत्र में, सबसे अधिक संख्या में सांसद जीतने वाली पार्टी आमतौर पर नेतृत्व की भूमिका निभाती है.”

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT