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शनिवार को प्रयागराज पहुंचे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने मेरठ में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना कलीम सिद्दीकी की हालिया गिरफ्तारी पर समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस की कथित चुप्पी पर सवाल खड़ा किया.
प्रयागराज ओल्ड सिटी इलाके के इस्लामिया इंटरमीडिएट कॉलेज में शनिवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए, ओवैसी ने मुसलमानों से पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके परिजनों का समर्थन करने का आग्रह किया. उत्तर प्रदेश के आगामी राज्य चुनावों में विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से एआईएमआईएम उम्मीदवारों के लड़ने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने पूर्व सांसद अतीक और कई अन्य मुसलमानों के घर को समुदाय पर कार्रवाई के तहत ध्वस्त कर दिया. इसके अलावा, हाल ही में बीजेपी सरकार द्वारा पेश किया गया धर्मांतरण विरोधी कानून भी अत्यधिक पक्षपाती है.
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन द्वारा पढ़े गए अतीक के पत्र पर टिप्पणी करते हुए ओवैसी ने कहा कि वह देश में किसी के साथ अन्याय के खिलाफ हैं. अतीक अहमद और उनका परिवार पीड़ित है लेकिन समाजवादी पार्टी जिसने कई सालों तक उनका इस्तेमाल किया, उन्होंने उनके लिए नहीं बोला.
उन्होंने कहा कि यह समय है कि मुसलमान एआईएमआईएम को इस डर के बिना वोट दें कि पार्टी को उनके वोट से बीजेपी को फायदा हो सकता है. मुसलमानों को एआईएमआईएम का उसी तरह समर्थन करना चाहिए जैसे यादव समुदाय समाजवादी पार्टी का समर्थन करता है और दलित बसपा का समर्थन करते हैं.
इससे पहले, एक भगवा संगठन के सदस्यों ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी प्रयागराज शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए शास्त्री ब्रिज को ब्लॉक कर दिया था. दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने ओवैसी के वापस जाने की नारेबाजी की.
झूंसी थाने की पुलिस जल्द ही मौके पर पहुंची और कार्यकर्ताओं से सड़क खाली करने को कहा. मना करने पर पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्के बल प्रयोग किया. वाराणसी से आ रहे ओवैसी इसके बाद निर्धारित जनसभा के लिए एमआईसी कॉलेज गए.
पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने रैली में अतीक द्वारा प्रयागराज के लोगों को संबोधित एक पत्र पढ़ा.
पत्र में अतीक ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी ने राजनीतिक लाभ के लिए कई वर्षों तक उनका इस्तेमाल किया और चुनाव नजदीक आने पर उन्हें जेल भेज दिया. समाजवादी पार्टी ऐसे मुस्लिम नेताओं को चाहती है जो समुदाय के लिए आवाज न उठाएं.
शाइस्ता परवीन ने पढ़ा, "मैंने समाजवादी पार्टी को इस क्षेत्र में जमीन हासिल करने में मदद की और हर संभव मदद की."
अतीक अहमद ने लिखे हुए पत्र में अपने रिश्तेदारों और सहयोगियों द्वारा की गई गलतियों को स्वीकार करते हुए लिखा कि मैं मानता हूं, कि मेरे कुछ रिश्तेदारों ने लोगों को परेशान किया लेकिन मुझे उनकी हरकतों की जानकारी नहीं थी. उन्होंने मुझे धोखा भी दिया और मैं सभी गलत कामों के लिए माफी मांगता हूं.
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