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Pegasus जासूसी कांड में देश के बड़े विपक्षी नेता और दिग्गजों का सूची में नाम आने से राजनीति गरमा गई है. लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि जिन लोगों का नाम सामने आ रहा है और जिनकी जासूसी की गई है उस लिस्ट में मोदी कैबिनेट के दो मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं. इनमें केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह पटेल शामिल हैं.
जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के सूची में नाम आने से केंद्र के साथ अब मध्य प्रदेश की राजनीति में भी खलबली मच गई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर Pegasus मामले को कांग्रेस की चाल बताना पड़ा है.
Pegasus मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद कूद पड़े हैं. शिवराज सिंह चौहान इस मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी का बचाव करते नजर आए. उन्होंने राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस पर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी खुद अपने नेताओं की जासूसी करवाती आई है. आज इसी वजह से उनकी पार्टी की हालत यह हो गई है.
कांग्रेस नेता और एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज के आरोपों का पलटवार करते हुए कहा कि "मुझे उम्मीद थी कि शिवराज जी आज सच का साथ देंगे और इस जासूसी का खुलकर विरोध करेंगे और प्रदेश के ही एक केंद्रीय मंत्री की, की गई जासूसी का विरोध कर उनके पक्ष में खड़े होंगे, लेकिन वो तो उन्हें छोड़ झूठ के साथ खड़े हो गए."
कमलनाथ, प्रदेश से केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल की ओर इशारा कर रहे थे.
ANI के मुताबिक Pegasus मामले का पटेल ने खंडन किया है. उन्होंने कहा, "मैंने अखबारों में प्रकाशित रिपोर्ट देखी है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मेरा फोन हैक किया जा रहा था. मैं कोई बड़ा व्यक्ति नहीं हूं. ऐसा मत सोचो की सरकार हमारे साथ ऐसा काम करेगी इसका कोई सवाल ही नहीं उठता."
Pegasus मामले ने पूरे देश की राजनीति में हड़कंप सा मच मचा दिया है. अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे जांच होती है या यह मुद्दा भी पिछले पेगासस विवाद की तरह कुछ दिनों में ठंडा पड़ जाता है.
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