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देश के 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Seats) पर सांसद चुने जाने हैं. नामांकन की आखिरी तारीख 31 मई है. 10 जून को वोटिंग होनी है. हर दो साल में राज्यसभा (Rajya Sabha) की एक तिहाई सीटें खाली हो जाती हैं. इस बार यूपी की 11, बिहार (Bihar) की 5 और महाराष्ट्र (Maharashtra) की 6 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. ऐसे में समझते हैं कि किस राज्य में किस पार्टी के उम्मीदवार जीत सकते हैं?
जिन 15 राज्यों की 57 सीटों पर चुनाव (अप्रत्यक्ष) होने हैं, उनमें सबसे ज्यादा यूपी की राज्यसभा की 11 सीटें हैं. इसके बाद तमिलनाडु की राज्यसभा (Tamil Nadu Rajya Sabha) की 6 सीट, महाराष्ट्र की राज्यसभा (Maharashtra Rajya Sabha) की 6 सीट, बिहार की राज्यसभा (Bihar Rajya Sabha), की 5 सीट, राजस्थान की राज्यसभा (Rajasthan Rajya Sabha) की 4 सीट, आंध्र प्रदेश की राज्यसभा (Andhra Pradesh Rajya Sabha) की 4 सीट, कर्नाटक की राज्यसभा (Karnataka Rajya Sabha) की 4 सीट, मध्य प्रदेश की राज्यसभा (Madhya Pradesh Rajya Sabha) की 3 सीट, उड़ीसा की राज्यसभा की 3 सीट, पंजाब की राज्यसभा की 2 सीट, झारखंड की राज्यसभा की 2 सीट, हरियाणा की राज्यसभा की 2 सीट, तेलंगाना की राज्यसभा की 2 सीट, छत्तीसगढ़ की राज्यसभा की 2 सीट और उत्तराखंड की राज्यसभा की 1 सीट है.
राज्यसभा में यूपी से 11 सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है, जिसमें बीजेपी के 5, एसपी के 3, बीएसपी के 2 और कांग्रेस के 1 सांसद हैं. यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं. ऐसे में राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए औसत 35 विधायकों की जरूरत होगी. बीजेपी गठबंधन के पास 273, एसपी गठबंधन के पास 125, कांग्रेस के पास 2 और बीएसपी-राजा भैया के पास 1-1 विधायक हैं.
महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा है जो राज्यसभा के लिए 6 सीटों का चुनाव करेगी. एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 42 वोटों की जरूरत होगी. इसके आधार पर बीजेपी 2 सीट जीत सकती है. शिवसेना- एनसीपी और कांग्रेस एक-एक सीट जीत सकती हैं. शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के अन्य विधायकों के दम पर एक और उम्मीदवार खड़ा किया है.
तमिलनाडु राज्यसभा की छह सीटों में से तीन सीटें सत्ता पक्ष के पास जा सकती हैं. जबकि तीन सीटों पर विपक्ष कब्जा जमा सकता है. डीएमके ने तीन में से एक सीट अपने सहयोगी कांग्रेस को देने का ऐलान किया है.
बिहार की 5 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. आरजेडी और बीजेपी को 2-2 सीट और जेडीयू को एक सीट मिल सकती है. लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी ने मीसा भारती और डॉक्टर फैयाज अहमद को उम्मीदवार बनाया है.
मध्य प्रदेश, राजस्थान और ओडिशा में राज्यसभा चुनाव के दौरान सीटों का बंटवारा होता दिख रहा है. राजस्थान राज्यसभा चुनाव में 4 में से 3 सीट कांग्रेस के पास और एक सीट पर बीजेपी काबिज हो सकती है. मध्य प्रदेश में दो सीटों पर बीजेपी और एक पर कांग्रेस आ सकती है. ओडिशा राज्यसभा की तीन में से दो सीटों को बीजेडी और एक बीजेपी जीत सकती है.
पंजाब, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना ऐसे राज्य हैं, जहां पर वहां की सत्ता पर काबिज पार्टी ही राज्यसभा का चुनाव जीतती दिख रही है. जैसे पंजाब की दोनों सीटें आम आदमी पार्टी के पास जाती दिख रही हैं. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है. यहां की दोनों सीटों पर कांग्रेस जीत दर्ज करा सकती है. तेलंगाना में दोनों सीटों पर टीआरएस का कब्जा हो सकता है.
राज्यसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के लिए चिंता की एक बात ये है कि अभी राज्यसभा में सिर्फ 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से उनकी पार्टी का सांसद मौजूद है.
अन्य पार्टियों की बात करें तो राज्यसभा में बीजेपी के 95, कांग्रेस के 29, टीएमसी के 13, डीएमके के 10, बीजू जनता दल के 8, आम आदमी पार्टी के 8, तेलंगाना राष्ट्रीय समिति के 7, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 6, सीपीआई (एम) के 5, एआईएडीएमके के 5, एसपी के 5, आरजेडी के 5, जेडीयू के 5, एनसीपी के 4, बीएसपी के 3, शिवसेना के 3, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के 2 सांसद हैं.
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