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राजस्थान: 70 साल में 8 महिलाएं ही पहुंची राज्यसभा, कांग्रेस से सबसे ज्यादा मौका

शारदा भार्गव सबसे ज्यादा तीन बार रहीं राजस्थान से राज्यसभा सांसद

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राजस्थान (Rajasthan) से राज्यसभा (Rajyasabha) में हिस्सेदारी के लिहाज से प्रदेश की आधी आबादी को अब तक केवल 6 फीसदी ही कोटा मिला पाया है. 1952 से लेकर अब तक हुए चुनावों और उपचुनावों में पार्टियों ने 8 महिलाओं को ही टिकट दिया है. ऐसा नहीं है कि राजस्थान की राजनीति के शुरुआती दौर में महिलाओं को राज्यसभा प्रत्याशी बनाने को लेकर स्थिति कमजोर थी. शुरुआती दौर में राज्यसभा के हर एक चुनाव में महिलाओं को चुनकर भेजा जाता रहा.

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रसूखदार परिवार वाली महिलाएं गईं राज्यसभा

1990 के बाद यह मामला कमजोर पड़ गया. 1952 से अब तक प्रदेश के कोटे से निर्वाचित राज्यसभा सांसदों की सूची में 139 में से मात्र 8 महिलाएं ही 11 बार राज्यसभा पहुंची हैं. शारदा भार्गव तीन और प्रभा ठाकुर कांग्रेस से दो बार राज्यसभा सांसद रह चुकी हैं. लेकिन उल्लेखनीय बात यह है कि राज्यसभा भेजी गई सभी महिलाएं बड़े रसखूदार परिवारों से ताल्लुक रखती थीं.

प्रदेश में राज्यसभा सदस्यों की संख्या विधायकों के हिसाब से होती है. अभी राजस्थान के 200 विधायकों के सदन में 27 महिलाएं है. पार्टियों के पैनल में जातिगत हिसाब से राज्यसभा के दावेदारों पर चर्चा हो रही है, लेकिन महिलाओं को वरीयता देने की बात किसी भी पार्टी ने नहीं की है.

शारदा भार्गव सबसे ज्यादा तीन बार रहीं राज्यसभा सांसद

राजस्थान से पहली बार कांग्रेस ने शारदा भार्गव को उम्मीदवार बनाया था. वे तीन अप्रैल 1952 में पहली बार राज्यसभा सांसद चुनी गई और दो अप्रैल 1956 में कार्यकाल पूरा होने के बाद कांग्रेस ने उन्हें फिर अपना उम्मीदवार बनाया. वह तीन अप्रैल 1956 को दूसरी बार राज्यसभा सदस्य बनीं. इसके बाद पार्टी ने उन्हें लगातार तीसरी बार मौका दिया. 22 अगस्त 1963 से 2 अप्रैल 1966 तक राज्यसभा सांसद रहीं.

शारदा भार्गव स्वतंत्रता सेनानी एवं लोकसभा सदस्य रहे मुकुट बिहारी भार्गव की बेटी थीं. उन्होंने राजस्थान से पहली महिला राज्यसभा सदस्य बनने का गौरव प्राप्त किया.

कांग्रेस ने अब तक 7 महिलाओं को राज्यसभा भेजा

कांग्रेस ने अब तक सात महिलाओं को राज्यसभा भेजा है. महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं प्रभा ठाकुर, प्रसिद्ध लेखिका लक्ष्मीकुमारी चुंडावत, पूर्व मुख्यमंत्री बरकतुल्लाह खान की पत्नी उषी खान, पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया की पत्नी शांति पहाड़िया के अलावा नारायण देवी और जमुना देवी बारुपाल कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा सांसद बनीं.

वहीं बीजेपी ने राजस्थान से सिर्फ राज्यसभा की पूर्व उपसभापति रहीं नजमा हेपतुल्ला को ही राज्यसभा भेजा है.

वर्तमान में राज्यसभा में राजस्थान की दस सीटों पर कोई महिला सांसद नहीं है. इन सीटों में बीजेपी के सात और कांग्रेस के तीन सांसद राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

इनपुट- पंकज सोनी

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