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लखीमपुर खीरी (Lakhimpur kheri) मामले में अपने बेटे को लेकर किरकिरी झेल रहे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra) अपना आपा खो बैठे. पत्रकारों से बात करते हुए जब उनके बेटे को लेकर सवाल किया गया तो वो एक पत्रकार पर भड़क गए और उसका माइक छीन लिया, यहां तक कि उसके साथ गाली-गलौच भी की. केंद्रीय मंत्री के इस तरह के रवैये को लेकर अब विपक्ष और किसान नेता केंद्र सरकार पर जमकर हमलावर हैं.
बता दें कि पिछले कई हफ्तों से किसान और विपक्ष केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. उनके बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ एसआईटी की अपील के बाद हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज किया गया है. एसआईटी ने कहा है कि लखीमपुर कांड कोई हादसा या लापरवाही नहीं बल्कि एक सोची समझी साजिश थी. इसके बाद से ही विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर था, लेकिन अब खुद केंद्रीय मंत्री टेनी ने विवाद को और बढ़ा दिया है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंत्री अजय मिश्र की इस हरकत के बाद बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि,
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी ट्विटर पर केंद्रीय मंत्री टेनी का वीडियो पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा, "ये हैं मोदी जी के “हीरे” देश के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी देखिये कैसे पत्रकार को गाली दे रहे हैं."
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी अजय मिश्र टेनी का वीडियो शेयर करते हुए सरकार पर हमला बोला. उन्होंने लिखा कि,
विपक्षी नेताओं के अलावा किसान नेताओं ने भी केंद्रीय मंत्री की इस अभद्रता की निंदा की है और एक बार फिर उन्हें बर्खास्त करने की मांग उठाई है. किसान नेता योगेंद्र यादव ने ये वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि,
किसान एकता मोर्चा के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया कि, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी अब मीडिया को धमकी दे रहे हैं. SIT द्वारा लखीमपुर किसान नरसंहार को 'सोची समझी साजिश' करार दिए जाने के बाद जब मंत्री जी से सवाल पूछा गया तो मंत्री जी भड़क गए. हम मीडिया व इन पत्रकार के साथ हुए इस बर्ताव की निंदा करते हैं. सयुंक्त किसान मोर्चा समेत सारे किसान पहले से ही कह रहे है कि अजय मिश्रा अपने पद के कारण इस घमंड में है. भाजपा सरकार का उन्हें पूरा संरक्षण है. कानूनी व नैतिक दायित्व समझते हुए मंत्री टेनी को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
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