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उत्तर प्रदेश चुनाव में 14 फरवरी को सेकंड फेज का मतदान (Second Phase Voting) है. 55 सीटों पर 586 उम्मीदवार मैदान में हैं. हर चौथा उम्मीदवार दागी है. जिन 9 जिलों में मतदान है उनमें से अधिकतर जगहों पर मुस्लिम वोटर (Muslim Voter) की संख्या ज्यादा है. रामपुर (Rampur) भी उनमें से एक है, जहां यूपी में सबसे ज्यादा 50% मुस्लिम आबादी है. ऐसे में समझते हैं कि 55 सीटों पर पिछली बार के दो चुनावों के नतीजे क्या रहे और मुस्लिम वोटर कितनी निर्णायक भूमिका में है?
सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली और शाहजहांपुर में 14 फरवरी को मतदान है. 55 सीट बेहट, नकुल, सहारनपुर नगर, सहारनपुर, देवबंद, रामपुर मनिहारानी, गंगोह, नजीबाबाद, नगीना, बरहापुर, धामपुर, नेहटौर, बिजनौर, चांदपुर, नूरपुर, कांठ, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद ग्रामीण, मुरादाबाद नगर, कुंडरकी, बिलारी, चंदौसी, अस्मोली, संभल, स्वार, चमरौआ, बिलासपुर, रामपुर, मिलक, धनौरा, नौगवां सादात, अमरोहा, हसनपुर, गुन्नौरी, बिसौली, सहस्वान, बिल्सी, बदायूं, शेखूपुर, दातागंज, बहेरिया, मीरगंज, भोजीपुर, नवाबगंज,फरीदपुर, बिठारी चैनपुर,बरेली, बरेली कैंट, आंवला, कटरा, जलालाबाद, तिलहर, पोवायन, शाहजहांपुर और दादरौली हैं.
यूपी के जिन 55 सीटों पर मतदान होने वाला है, साल 2012 में उनमें से सबसे ज्यादा 27 (49%) सीटों पर SP का कब्जा था. मुरादाबाद से 7 सीट, बदायूं से 5 और बरेली से 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी. दूसरी नंबर पर 15 सीटों के साथ BSP थी. मायावती की पार्टी सहारनपुर से 4, बिजनौर से 4, शाहजहांपुर से 2 और बरेली से 2 सीट जीत सकी थी. 8 सीटों के साथ BJP तीसरे नंबर पर थी, जिसमें बरेली से 3 और बिजनौर से 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी. कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जिसमें रामपुर से 2 और सहारनपुर से 1 सीट शामिल है. पीस पार्टी ने मुरादाबाद की कांठ सीट जीत ली थी.
2017 के चुनाव में 55 सीटों में से 38 पर बीजेपी का कब्जा हो गया. पार्टी ने बरेली की 9, बदायूं की 6, बिजनौर की 6 और शाहजहांपुर-सहारनपुर से 5-5 सीटों पर जीत दर्ज की. एसपी 15 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर थी. अखिलेश की पार्टी ने मुरादाबाद की 6 सीट, रामपुर की 3, बिजनौर की 2 सीट जीती थी. इन 55 सीटों पर 5 साल में एसपी को 22% सीटों का घाटा हुआ. वहीं दूसरे नंबर पर रहने वाली बीएसपी गायब हो गई. कांग्रेस 3 से 2 सीट पर आ गई. सहारनपुर की दो सीट बेहट और सहारनपुर में जीत दर्ज की थी.
साल 2022 के यूपी में सेकंड फेज के चुनाव की बात करें तो 147(25%) उम्मीदवार दागी हैं. करीब 19% पर तो गंभीर केस दर्ज हैं. पार्टियों की बात करें तो सेकंड फेज में सबसे ज्यादा एसपी ने दागी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है.
यूपी में सेकंड फेज के अमीर उम्मीदवारों की बात करें तो हर दूसरा उम्मीदवार (45%) करोड़पति हैं. 14 फरवरी को होने वाले मतदान में सबसे अमीर उम्मीदवारों की बात करें तो पहले नंबर पर कांग्रेस के नवाब काजिम अली खान हैं. रामपुर से लड़ रहे हैं. 296 करोड़ संपत्ति के मालिक हैं. दूसरे नंबर पर एसपी के सुप्रिया अरुन हैं. बरेली कैंट से मैदान में हैं. 157 करोड़ रुपए के मालिक हैं. तीसरे नंबर पर बीजेपी के देवेंद्र नागपाल हैं. नौगांव सदत से मैदान में हैं. 140 करोड़ रुपए की संपत्ति है.
यूपी के सेकंड फेज में 193(33%) उम्मीदवार 5 से 12वीं के बीच पढ़े हैं. 305(52%) ग्रेजुएट हैं. 12 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने खुद को असाक्षर घोषित किया.
यूपी में सेकंड फेज का चुनाव इसलिए भी दिलचस्प माना जा रहा है, क्योंकि जिन 9 जिलों में मतदान है. उसमें से 4 जिले ऐसे हैं, जहां यूपी में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी है. ये रामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर जिले हैं. संभल को छोड़ दे तों 9 में से 8 जिलों में कुल आबादी 27233934 है, जिसमें से मुस्लिम आबादी 6644260 है. यानी 24% मुस्लिम हैं. साल 2011 में संभल नहीं बना था. इसलिए उसका आंकड़ा नहीं दिया गया है.
यूपी के सेकंड फेज में योगी सरकार में मंत्री सुरेश खन्ना, गुलाबो देवी और बलदेव सिंह औलख मैदान में हैं. दूसरी तरफ एसपी नेता आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान, पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह सैनी, कमाल अख्तर और महबूब अली जैसे बड़े नेताओं की किस्मत दांव पर लगी है. 9 में से 4 जिले ऐसे हैं, जहां पर मुस्लिम आबादी 40% से ज्यााद है. ऐसे में 14 फरवरी के मतदान प्रतिशत से अंदाजा लगाया जा सकेगा कि आगे के 5 फेज में चुनाव किस तरफ जा रहा है.
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Published: 12 Feb 2022,04:30 PM IST