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18 अप्रैल को उत्तराखंड बदलने वाला है... हमेशा के लिए बदल जाएगा उत्तराखंड... जिसने देश की सीमा को दुश्मनों से बचाया, वही उत्तराखंड को उसकी समस्याओं से बचाएगा... 18 अप्रैल तैयार रहिएगा. उत्तराखंड के तमाम शहरों और कस्बों में पिछले कुछ दिनों से ऐसे पोस्टर और बैनर देखे जा रहे हैं. जिनमें लिखा है कि 18 अप्रैल को कुछ ऐसा होने जा रहा है, जिससे पूरा उत्तराखंड ही बदल जाएगा.
दरअसल ये उत्तराखंड आम आदमी पार्टी का माहौल बनाने का एक तरीका है. जिसमें कुछ हद तक पार्टी कामयाब भी रही. राज्य के लोग इस सस्पेंस में हैं कि आखिर 18 अप्रैल को होने क्या वाला है. सोशल मीडिया पर भी आम आदमी पार्टी इसका खूब प्रचार कर रही है. यहां तक कि दिन काउंट किए जा रहे हैं. लोग इस सस्पेंस को लेकर खूब चर्चा भी कर रहे हैं, जो आम आदमी पार्टी चाहती भी है.
तो आखिर 19 अप्रैल को उत्तराखंड में पहली बार एंट्री करने वाली आम आदमी पार्टी क्या करने जा रही है? हम आपको इस सवाल का जवाब देते हैं. दरअसल अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. इसके बाद से ही पार्टी लगातार राज्य में एक्टिव है और बीजेपी सरकार को हर मुद्दे पर घेर रही है.
18 अप्रैल (अब 19 अप्रैल) को जिस बड़े बदलाव की बात हो रही है, वो यही पार्टी का नया चेहरा है. इस चेहरे का नाम है रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल. जो उत्तराखंड के चर्चित नामों में से एक है. कोठियाल को उनके यूथ फाउंडेशन को लेकर पूरे उत्तराखंड, खासतौर पर गढ़वाल और कुमाऊं में जाना जाता है. पहले कोठियाल को लेकर कुछ बातें जान लीजिए.
रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल ने उत्तराखंड में यूथ फाउंडेशन के जरिए सैकड़ों ऐसे युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का बीड़ा उठाया, जिन्हें ये नहीं पता था कि वो भविष्य में क्या करेंगे. इनमें से कई युवा ऐसे भी थे, जो फिजकली पूरी तरह फिट नहीं थे, उन्हें भी महीनों की ट्रेनिंग देकर कोठियाल ने सेना भर्ती में भेजा. तो कुल मिलाकर वो अपने इस फाउंडेशन के जरिए उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों से युवाओं को सेना और अन्य बलों में शामिल होने की ट्रेनिंग देते हैं.
इसके अलावा कर्नल कोठियाल को केदारनाथ में आई आपदा के दौरान बेहतरीन काम के लिए भी जाना जाता है. साल 2013 में वो नेहरू पर्वतारोहण संस्था में बतौर प्रिंसिपल तैनात थे. इसी दौरान उत्तराखंड में आपदा आई. इस आपदा के दौरान कर्नल कोठियाल की टीम ने रेस्क्यू और पुनर्निर्माण का काम किया. इस टीम में करीब 900 युवा शामिल थे.
उन्हें उत्तराखंड सरकार से कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं, जिनमें उत्तराखंड रत्न भी शामिल है.
हमने आपको बताया कि रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल ने उत्तराखंड में क्या-क्या किया है और उन्हें किन वजहों से पहचान मिली है. लेकिन अगर राजनीतिक की बात करें तो कोठियाल काफी पहले से ही राजनीति में आना चाहते थे. इससे पहले साल 2019 लोकसभा चुनावों में उन्हें पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से बीजेपी टिकट देने जा रही थी. लेकिन आखिरी वक्त पर उम्मीदवारी का ऐलान नहीं किया गया. उनकी जगह मौजूदा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को उम्मीदवार बनाया गया. तब उनके चुनाव नहीं लड़ने को लेकर तमाम तरह की थ्योरी सामने आई थीं.
अब अगर कर्नल अजय कोठियाल को आम आदमी पार्टी 2022 चुनावों के लिए अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाती है, तो ये एक मास्टरस्ट्रोक से कम नहीं होगा. जो माहौल बनाया जा रहा है, वो भी इसी का एक सबूत है. क्योंकि उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है, जहां के ग्रामीण इलाकों के लगभग हर घर में एक सदस्य सेना में होता है. खासतौर पर पौड़ी गढ़वाल और कुमाऊं से तो सैकड़ों युवा हर साल सेना में भर्ती होते हैं. राज्य में लाखों पूर्व सैनिक भी हैं. ऐसे में एक पूर्व सैनिक, जो सेना और युवाओं से जमीनी तौर पर जुड़ा हो, उसे पार्टी में शामिल करना आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ी कामयाबी साबित हो सकता है.
बताया जा रहा है कि 19 अप्रैल को कर्नल कोठियाल के साथ उत्तराखंड के कई और पूर्व सैनिक और जाने पहचाने नाम भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. इसी दिन पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल उत्तराखंड की सभी विधानसभाओं में वर्चुअल रैली भी करेंगे.
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