advertisement
बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के विवादित बयान के बाद सहारनपुर में भी 10 जून को जमकर बवाल और हिंसा हुई. इसके बाद स्थानीय पुलिस ने बिना अनुमति के प्रदर्शन और हिंसा के आरोप में 80 से अधिक मुस्लिम आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस बीच सहारनपुर में पुलिस कस्टडी में हुई मुस्लिम युवकों की बेरहमी से पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. लेकिन अब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने उक्त वीडियो के सहारनपुर से संबंधित होने से साफ इनकार कर दिया है.
दूसरी तरफ गिरफ्तार हुए मुस्लिम युवकों के परिजनों ने अपने बच्चों को निर्दोष बताते हुए पुलिस पर बर्बरता करने का आरोप लगा रहे हैं.
जहां पुलिस कह रही कि कस्टडी में पिटाई का वायरल वीडियो सहारनपुर का नहीं है, वहीं सहारनपुर में रहने वाले परिजन वीडियो में अपने बच्चों की पहचान कर रहे हैं. सहारनपुर के पीर वाली गली के निवासी अली के परिजन वीडियो में उसको देख कर पहचान रहे हैं और साथ ही वीडियो में उसके हाथ टूट जाने पर पुलिस से गुहार लगाते हुए देखकर उसके हालात पर भावुक हो रहे हैं.
सुभान का भाई आसिफ बताता है कि सुभान खुद कोतवाली गया था, जहां उसे भी बंद कर दिया गया. आसिफ का कहना है कि "सुभान की बाइक भी अभी नगर कोतवाली में ही है. अगर वो प्रदर्शन में शामिल होता तो खुद बाइक लेकर कोतवाली क्यों जाता?"
सहारनपुर पुलिस ने 10 जून की हिंसा के बाद 48 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिनका वीडियो भी सामने आया था.
दूसरी तरफ बीजेपी बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने जो पुलिस कस्टडी में पिटाई का वीडियो जारी किया था और साथ में कैप्शन में लिखा था- रिटर्न गिफ्ट. हालांकि उन्होंने अब आलोचनाओं के बाद अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है, लेकिन उन्होंने जो वीडियो शेयर किया था, उसमें कई चेहरे ऐसे थे जिन्हें सहारनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वीडियो यह रहा-
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)