advertisement
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 'दीपोत्सव' में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचे गए हैं. ये दीपोत्सव आज सभी घाटों और समूचे अयोध्या में मनाया जाएगा. इस मौके पर योगी सरकार इस बार पांच लाख 51 हजार दीये जलाएगी. इसके अलावा 226 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी होगा. इस कार्यक्रम में प्रदेश की राज्यपाल अनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, फिजी गणराज्य की उपसभापति एवं सांसद वीना भटनागर के अलावा प्रदेश के सभी मंत्री मौजूद रहेंगे.
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में शनिवार को सुबह 10 से 2 बजे तक भगवान श्रीराम के लीला चरित्र से जुड़ी विभिन्न झांकियों समेत भव्य शोभायात्रा निकलेगी. यह यात्रा साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर रामकथा पार्क में खत्म होगी. इसमें कई देशों के कलाकार हिस्सा लेंगे. मुख्यमंत्री योगी पौने चार बजे से चार बजे तक शोभायात्रा का अवलोकन करेंगे. उन्होंने बताया कि इस मौके पर भगवान श्रीराम और सीता का हेलिकॉप्टर से अवतरण भी कराया जाएगा. प्रवक्ता ने बताया,
इस बार दीपोत्सव के मौके पर 7 देशों की रामलीला भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रही है. भगवान राम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक के दृश्यों को ग्यारह झांकियों के रूप में तैयार किया गया है, जिसे अयोध्या की सड़कों पर दिखाया जा रहा है. सरकार ने इस पूरे कार्यक्रम इसे राज्य मेला घोषित कर दिया है, जिससे यह आगे भी निर्बाध गति से चलता रहे. यही नहीं, ढाई हजार बच्चे बैठकर भगवान राम के जीवन, उनके धनुष-तीर व उनकी चित्र को अंतिम रूप दे रहे हैं.
अयोध्या में 'दीपोत्सव' का पूरा खर्च उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी. राज्य मंत्रिमंडल द्वारा यह फैसला लिया गया था. अयोध्या में होने वाले 'दीपोत्सव' कार्यक्रम का खर्च पहले उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग उठाने वाला था, लेकिन अब राज्य सरकार जिला प्रशासन के माध्यम से सीधे समारोह के लिए धनराशि देगी. सरकारी प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि 'दीपोत्सव' कार्यक्रम का आयोजन पिछले दो वर्षो से पर्यटन विभाग कर रहा था, लेकिन आगे से यह एक सरकारी कार्यक्रम होगा. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इस साल के ‘दीपोत्सव’ के लिए 1.33 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)