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'लाश नहीं मिलने देना है,खत्म कर देना है', RJD नेता ने सुनाई अपहरण की पूरी कहानी

Bihar Crime: पुलिस ने अपहरण केस में शामिल दो किडनैपर्स को गिरफ्तार किया है.

शादाब मोइज़ी
राज्य
Published:
<div class="paragraphs"><p>18 घंटे में सुनील राय किडनैपर्स के चंगुल से बचकर आए.</p></div>
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18 घंटे में सुनील राय किडनैपर्स के चंगुल से बचकर आए.

(फोटो- क्विंट हिंदी)

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'किडनैपर्स आपस में कह रहे थे कि इसकी लाश भी नहीं मिलने देना है, खत्म कर देना है...' बिहार (Bihar) के छपरा से अगवा हुए आरजेडी नेता को किडनैपर्स ने कुछ ऐसा ही कहा था. लेकिन किडनैपर्स का ये मंसूबा फेल हो गया. 14 मार्च 2023 को बिहार के छपरा से अगवा हुए आरजेडी नेता सुनील राय किडनैपर्स के चंगुल से बच आए हैं. पुलिस ने 18 घंटे के अंदर उन्हें बरामद कर लिया है.

साथ ही पुलिस ने अपहरण केस में शामिल दो किडनैपर्स को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ चल रही है. पुलिस ने उस स्कॉर्पियो गाड़ी को भी बरामद कर लिया जिससे अपहरण की इस घटना को अंजाम दिया गया था. 

क्या है पूरा मामला?

दरअसल ये मामला छपरा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बाजार समिति इलाके में साढ़ा गांव की है. 14 मार्च को बिहार (Bihar) के छपरा में आरजेडी नेता सुनील राय का हथियार के बल पर अपहरण किया गया था. आनन-फानन में पुलिस मामले का संज्ञान लेते हुए एक टीम का गठन किया जो पूरे केस की जांच करे. जांच के दौरान पुलिस को अपहृत सुनिल राय का मोबाइल बाजार समिति के मेन गेट पर फेंका हुआ मिला था.

पुलिस के साथ सुनील राय

(फोटो- क्विंट हिंदी)

किडनैपिंग के बाद विधानसभा से लेकर मीडिया में सरकार के खिलाफ आवाज उठती है कि जब उसकी पार्टी के नेता ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम आदमी का क्या होगा. सरकार बैकफुट पर नजर आती है.

कैसे किडनैपर्स के चंगुल से बचकर निकले?

छपरा में अगवा किए गए आरजेडी नेता सुनील राय ने बताया कि किडनैपर्स उनके साथ क्या करने की प्लानिंग कर रहे थे और कहां उन्हें रखा था. सुनील राय ने बताया कि उनका मर्डर करके लाश को गायब करने की प्लानिंग थी. सुनील कहते हैं,

मुझे दियारा इलाके में एक घर की छत पर रखा गया था. किडनैपर्स आपस में कह रहे थे कि इसकी लाश भी नहीं मिलने देना है. खत्म (हत्या) कर देना है. हमने आखिर में उनका मूवमेंट देखा कि हां ये लोग मुझे मारने वाले हैं. तब हम वहां से छड़पकर खुद को बचाते हुए भाग निकले.

सुनील राय बताते हैं कि जैसे तैसे हिम्मत दिखाते हुए किडनैपर्स से भिड़े और अपनी जान बचाकर भाग गए.

कैसे हुई किडनैपिंग?

इस सवाल कर जवाब देते हुए सुनील राय ने बताया कि जिसने किडनैपिंग की वो जानने वाला था. उसी के विश्वास पर घर से मिलने बाहर आया. सुनील राय कहते हैं, "बहुत करीबी आदमी था, उसी के विश्वास पर मिले. वो मिलना चाहता था. सोमवार को मिलना चाहता था लेकिन हम नहीं मिल पाए, फिर मंगलवार को सुबह साढ़े चार बजे जब हम मिलने आए तब ही मेरा अपहरण कर लिया."

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पुलिस ने क्या कहा?

इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला ने बताया कि सुनील राय का अपहरण जमीन खरीद फरोख्त मामले में हुआ था. इस अपहरण कांड से जुड़े दो लोगो की गिरफ्तार कर लिया गया है. एक की पहचान मोहम्मद आलमताब खां (50) और मोहम्मद इरफान खां (20) के रुप में हुई है.

पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला के मुताबिक ये जमीन खरीद-बिक्री का मामला था. पुलिस के मुताबिक, SIT ने 18 घंटे सर्च ऑपरेशन चलाया और मंगलवार देर रात 11:45 बजे डोरीगंज थाना क्षेत्र से उन्हें बरामद किया गया.

बता दें कि आरजेडी नेता सुनील राय छपरा विधानसभा क्षेत्र से 2020 में चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. सुनील जमीन के कारोबार से भी जुड़े हुए हैं.

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