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जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के बांदीपोरा (Bandipora) में आतंकवादियों ने शुक्रवार को बिहार के मधेपुरा जिले के मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी. मोहम्मद अमरेज की हत्या के बाद से उनके पैतृक गांव बैसाढ़ में मातम पसरा है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं हत्या की सूचना पर पंचायत प्रतिनिधि सहित स्थानीय नेता मृतक के घर पहुंचे और घरवालों को सांत्वना बंधाया.
मृतक अमरेज के एक भाई ने बताया कि वह 4 महीने पहले ही जम्मू-कश्मीर गया था. वहां वो अपने दो और भाइयों के साथ मिलकर गद्दे और रजाई बनाने का काम करता था. बता दें कि अमरेज के पिता हत्या के मामले में फिलहाल जेल में बंद हैं. अमरेज के कुल 5 भाई हैं.
अमरेज की हत्या के बाद स्थानीय प्रतिनिधि बैसाढ़ गांव पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया. RJD नेता अरुण कुमार ने केंद्र और राज्य सरकार से मृतकों के परिजनों को 10 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
पंचायत के मुखिया अनिरुद्ध यादव ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि गरीबी और बेरोजगारी के कारण हमारे यहां से लोग दूसरे राज्यों में काम-धंधे की तलाश में जाते हैं, सरकार को इस दिशा में ध्यान देना चाहिए.
वहीं मुखिया प्रतिनिधि रामचंद्र मंडल ने कहा कि पंचायत में अधिकांश लोग मजदूरी करते हैं. पंचायत के बहुत सारे लोग कश्मीर में काम करते हैं. बेरोजगारी से लोग परेशान हैं, ऐसे में उन्हें बाहर जाना पड़ता है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर दुख जताया है. इसके साथ ही उन्होंने 2 लाख के मुआवजे का ऐलान भी किया है. सीएम नीतीश ने ट्वीट किया, "जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकियों द्वारा बिहार के मो. अमरेज की गोली मारकर हत्या की घटना दुःखद. मृतक के निकटतम आश्रित को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपये दिए जाएंगे."
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में आतंकवादियों ने कई प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाया है. इससे पहले भी कई लोगों की हत्या की खबरें आ चुकी हैं. गुरुवार को आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना के कैंप पर हमला किया था, जिसमें सेना के तीन जवान शहीद हो गए थे.
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