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दिल्ली में एक बार फिर नवंबर का महीना लोगों के लिए जहरीली हवा लेकर आया है. दिवाली के बाद से ही लोग प्रदूषण भरी हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. बीते चार दिनों में दिल्ली में प्रदूषण का लेवल बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. चारों तरफ सफेद चादर की शक्ल में प्रदूषण फैला है. फिलहाल सबसे खतरनाक पीएम 2.5 का स्तर 500 तक पहुंच चुका है. दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने इसके लिए पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार बताया है.
दिल्ली की इन जगहों के अलावा अन्य सभी जगहों पर एयर क्वॉलिटी बेहद खराब है. दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद और हरियाणा के कुछ इलाकों में भी प्रदूषण काफी खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है.
लगातार बढ़ते प्रदूषण के बाद लोगों को खुली हवा में सांस लेने में परेशानी होने लगी है. जिन लोगों को सांस की तकलीफ है या फिर ऐसी किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, उनके लिए मौसम बेहद खतरनाक हो चुका है. खासतौर पर बूढ़े और बच्चों को ऐसे मौसम में परेशानी होती है. दिल्ली सरकार ने स्कूलों में मास्क बांटने भी शुरू कर दिए हैं. इसके अलावा स्कूलों के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है. बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी कराने के लिए मना किया गया है.
एक तरफ जहां दिल्ली प्रदूषण से बेहाल है, वहीं पड़ोसी राज्यों में लगातार पराली जलने की घटनाएं सामने आ रही हैं. दिल्ली के लगभग हर इलाके ने जो सफेद चादर ओढ़ रखी है, पराली जलना भी उसका एक बड़ा कारण है. दिल्ली सरकार लगातार हरियाणा और पंजाब सरकार से इसकी शिकायत करती आई है, लेकिन फिर भी किसान खेतों में पराली जला रहे हैं.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण पर हरियाणा और पंजाब सरकार को घेरा. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “खट्टर और कैप्टन सरकारें अपने किसानों को पराली जलाने पर मजबूर कर रहीं हैं जिसकी वजह से दिल्ली में भारी प्रदूषण है कल पंजाब और हरियाणा भवन पर लोगों ने प्रदर्शन कर वहां की सरकारों के प्रति अपना रोष प्रकट किया”
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