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मध्य प्रदेश के नीमच (Neemuch) में कान्हा भील नाम के एक आदीवासी युवक की कथित तौर पर पिटाई करने, उसके पैरों को रस्सी से बांधने और फिर उसे घसीटने की वीभत्स घटना के बाद से पुलिस एक्शन में दिख रही है. पुलिस ने इस घटना में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि कुल 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस घटना में आरोपियाें के मकानों को भी ध्वस्त कर दिया गया है.
इस पूरी घटना में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 29 अगस्त को कई आरोपियों के मकान ध्वस्त कर दिए. इस घटना में आरोपी लोकेश बलाई, गोपाल गुर्जर, छीतर गुर्जर, लक्ष्मण गुर्जर, सत्तू उर्फ सत्यनारायण गुर्जर, अमर चंद गुर्जर मुख्य और आरोपी महेंद्र गुर्जर के अवैध मकानों को ध्वस्त कर दिया.
इसके अलावा कलेक्टर मयंक अग्रवाल और एसपी सूरज वर्मा, पीड़ित के घर पहुंचे और उनके परिजनों से भेंट की. पुलिस ने परिवार को भरोसा दिलाया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "हम ऐसी जांच करेंगे कि लोग इन कृत्यों को दोहराने से पहले कई बार सोचेंगे. दोषियों से सख्ती से निपटा जाएगा."
इस घटना के बाद राजनीतिक पार्टियां राज्य की शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोल रही है. कांग्रेस पार्टी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के लिए पांच सदस्यीय टीम बनाई है. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की 5 सदस्यीय टीम पीड़ित व्यक्ति के परिवार से मिलने के लिए नीमच जिले का दौरा करेगी. ट्रक से बांधन, पीटने और घसीटने की इस घटना के बाद व्यक्ति की मौत हो गई थी.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलना ने भी ट्वीट कर शिवराज सिंह सरकार पर हमला बोला था.
27 अगस्त को, कुछ बाहुबलियों ने चोरी के शक में नीमच जिले के एक आदिवासी युवक को एक छोटे पिकअप ट्रक से बांधकर घसीटा गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. चोरी के शक में पहले तो उसकी पिटाई हुई और फिर अपनी दबंगई दिखाने के लिए उसके पैर पिकअप ट्रक पर बांध दिया गया. पक्की सड़क पर कान्हा लाल को काफी देर तक घसीटा गया. इस घटना के बाद युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई.
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