Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019States Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019मैं जब चाहूं मीट खा सकती हूं, टीएमसी सांसद ने कहा- संविधान ये अधिकार देता है

मैं जब चाहूं मीट खा सकती हूं, टीएमसी सांसद ने कहा- संविधान ये अधिकार देता है

साउथ दिल्ली के मेयर मुकेश सुर्यान ने मीट की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया था.

क्विंट हिंदी
राज्य
Published:
<div class="paragraphs"><p> TMC सांसद महुआ मोइत्रा </p></div>
i

TMC सांसद महुआ मोइत्रा

(फोटो: PTI)

advertisement

दिल्ली में नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद रखने के आदेश पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, मैं साउथ दिल्ली में रहती हूं. संविधान मुझे अनुमति देता है कि मैं जब चाहूं मीट खा सकती हूं. दुकानदारों को भी अपना हिसाब से दुकान चलाने की आजादी है.

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्विट कर कहा, रमजान के दौरान हम (मुसलमान) सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त के बीच खाना नहीं खाते. अगर इस दौरान हम सभी नॉन-मुस्लिम निवासियों और टूरिस्टों को पब्लिक में खाने से ही बैन कर दें. तो मेरे हिसाब से ये भी ठीक रहेगा. खासतौर से उन इलाकों में जहां मुसलमानों की आबादी ज्यादा है. अगर साउथ दिल्ली में बहुसंख्यकवाद सही है, तो जम्मू-कश्मीर में भी इसे सही माना जाना चाहिए.

कैसे हुई पूरे विवाद की शुरुआत?

साउथ दिल्ली के मेयर मुकेश सुर्यान ने आदेश दिया था कि नवरात्रि के दौरान, दिल्ली में 99% घर लहसुन और प्याज का इस्तेमाल नहीं करते हैं, इसलिए हमने फैसला किया है कि दक्षिण एमसीडी में कोई मांस की दुकान नहीं खुलेगी, यह फैसला कल से लागू होगा. उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगेगा.

इस आदेश के अनुसार 4 अप्रैल से साउथ दिल्ली निगम में पड़ने वाली सभी मीट की दुकानों (Meat Ban in Delhi) को नवरात्र तक बंद रखना होगा.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार यह पूछे जाने पर कि इस निर्णय का आधार क्या है, मेयर ने कहा, "लोग इसे नहीं चाहते", बिना यह बताए कि ये लोग कौन हैं या यह निर्धारित करने के लिए एक सर्वे किया गया था.

आपको बता दें उत्तर प्रदेश के कई शहरों में नगर निगम के आदेश के बाद मांस के दुकानों को बंद करने का आदेश जारी किया गया था. हालांकि बाद में कई जगहों पर इस आदेश को वापस ले लिया गया. लेकिन उत्तर प्रदेश में इस आदेश को लेकर विवाद जारी था जो अब दिल्ली पहुंच चुका है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT