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असम के तिनसुकिया जिले में अचानक लोगों को ऊंची आग की लपटें दिखाई दीं. दरअसल यहां एक तेल के कुएं से पिछले 14 दिनों से गैस रिसाव हो रहा था, जिसके बाद आखिरकार उसमें आग लग गई और कई घंटे तक आग की भयानक लपटें उठती रहीं. आग लगने के बाद तुरंत पूरे इलाके को खाली कराया गया. फिलहाल किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
ये तेल का कुआं डिब्रू सैखोवा नेशनल पार्क के नजदीक है. स्थानीय लोगों का कहना था कि आग की लपटें कुछ इस तरह से हवा में उठ रही थीं कि दो किलोमीटर दूर से भी लोगों ने इसे देखा.
इस घटना को लेकर असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान से बात की. उन्होंने मंत्री को पूरी घटना की जानकारी दी. इसके अलावा मौके पर एनडीआरएफ और सेना के जवानों को भी तैनात किया गया है. हालात को नियंत्रण में लाने की कोशिश लगातार जारी है.
इस गैस रिसाव और इसके खतरे को देखते हुए पहले ही करीब 650 परिवारों के 2500 लोगों को वहां से हटा दिया गया था. इन सभी लोगों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट कर दिया गया. 27 मई से ही हवा में गैस का रिसाव शुरू हो गया था. जिसके बाद राहत बचाव टीमों ने लोगों को वहां से निकालना शुरू किया. ऑयल इंडिया लिमिटेड ने इसके लिए राहत के तौर पर हर प्रभावित परिवार को 30 हजार रुपये देने की बात कही है.
इस घटना को लेकर पर्यावरण विद, वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट्स और कई सोशल एक्टिविस्ट्स ने चिंता जताई है. आशंका जताई जा रही है कि इससे आसपास रहने वाले लोगों और जानवरों पर असर पड़ सकता है. क्योंकि ये डिब्रू सैखोवा नेशनल पार्क के नजदीक है, इसलिए इन लोगों की चिंता ज्यादा बढ़ गई है.
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