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उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए और छिपे मामलों का पता लगाने को लेकर स्क्रीनिंग के लिए सभी 75 जिलों में 'डोर-टू-डोर' (घर-घर जाना) सर्वे शुरू करने का निर्णय लिया है.
हालांकि ये अभ्यास हाल ही में दिल्ली में शुरू किए गए अभियान के समान है, लेकिन उत्तर प्रदेश में मॉडल को अमल में लाना एक बहुत बड़ा काम है, राज्य की आबादी 23 करोड़ से अधिक है. अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद के अनुसार, "अभियान 1 जुलाई को मेरठ मंडल से शुरू होगा और स्वास्थ्य अधिकारी 5 जुलाई से अन्य जिलों में जाएंगे." उन्होंने कहा कि अभियान की शुरूआत मेरठ से होगी क्योंकि जिले में फैले कोरोना पर अंकुश लगाने की तत्काल आवश्यकता है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के कंफर्म मामलों की संख्या 21 हजार पार कर गई है. इसमें से 649 लोगों की मौत हो गई है.
उत्तर प्रदेश के कई जिले बीते 48 घंटों से टिड्डियों के हमले से प्रभावित हैं. इनमें झांसी, चित्रकूट, प्रयागराज, प्रतापगढ़, भदोही, आजमगढ़ और अंबेडकरनगर शामिल हैं. उत्तर प्रदेश में बीते 48 घंटों में टिड्डियों के झुंडों ने कई जिलों के पेड़ों और फसलों पर हमला किया है.
राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्थित गृह जिला देवरिया भी टिड्डियों के हमलों का सामना कर रहा है.
उन्होंने रविवार को कहा, "टिड्डियों का झुंड देवरिया आया था, हालांकि झुंड ने सिर्फ बैसिला मेनुद्दीन गांव पर हमला किया. ग्रामीणों ने तेज ध्वनि के साथ उनका पीछा कर उन्हें भगाया. झुंड कुशीनगर की ओर निकल पड़ा है. हम उन्हें मारने के लिए रसायनों का छिड़काव कर रहे हैं और सभी जिलों को अलर्ट पर रखा गया है."
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार का एक करोड़ से अधिक रोजगार देने का दावा झूठा है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मीडिया से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार द्वारा 1.25 करोड़ नौकरियां प्रदान करने का दावा 'सीधे-सीधे धोखा' है. उन्होंने कहा कि इस तरह के दावे कर बीजेपी सरकार लोगों को धोखा दे रही है.
उन्होंने कहा कि राज्य में कोई भी भर्ती प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी नहीं हुई. कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य सरकार पीढ़ियों से पारंपरिक व्यवसायों में लगे लोगों को रोजगार देने का श्रेय ले रही है.
उन्होंने कहा कि कोरोनोवायरस महामारी ने आर्थिक तबाही मचाई है. उन्होंने कहा, "सभी प्रमुख स्वदेशी उद्योग, जैसे कांच के बने पदार्थ, पीतल के बर्तन, कालीन, बुनाई, फर्नीचर, चमड़े, होजरी, डेयरी, मिट्टी के बर्तनों और मत्स्य पालन फार्म पर इसकी मार पड़ी है. लाखों बुनकर दयनीय स्थिति में हैं. उनके लिए कोई सरकारी मदद नहीं है.
राष्ट्रीय राजधानी से सटे यूपी के गौतमबुद्धनगर में रविवार को कोरोनावायरस के 82 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं. इसके साथ ही जिले में कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 2151 पर पहुंच गया है. जिला प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक, इस दौरान एक मरीज की मृत्यु भी हुई है, और मृतकों की कुल संख्या 22 हो गई है.
सरकारी आंकड़े के मुताबिक, गौतमबुद्धनगर उप्र में इस वक्त संक्रमण के मामले में पहले स्थान पर है. दूसरे स्थान पर गाजियाबाद है, जहां 60 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं, और जिले में कुल 715 एक्टिव संक्रमित मरीजों का इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है. गाजियाबाद में अब तक कुल 628 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं अब तक जिले में संक्रमण से 50 लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है.
गौतमबुद्धनगर में कोरोना मामलों की संख्या बढ़ने के साथ नए कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं, और वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए रविवार को जिले के 37 स्थानों पर सेनिटाइजेशन अभियान चलाया गया.
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