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नोएडा में ग्रैंड ओमेक्स हाउसिंग सोसाइटी में महिला से कथित बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) की बदसलूकी का मामला अभी भी शांत नहीं हुआ है. जहां एक तरफ आरोपी श्रीकांत त्यागी के समर्थन में कई त्यागी संगठन खड़े हो गए हैं वहीं दूसरी तरफ जिस महिला के साथ दुर्व्यवहार किया गया था, उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि सभी 'त्यागी' बुरे नहीं हैं और उन्हें "मोदीजी और योगीजी" पर भरोसा है. मुझे अब बहन कहने से कोई फायदा नहीं होगा.
बता दें कि श्रीकांत त्यागी को उक्त महिला को गाली देने और धक्का देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. त्यागी के नोएडा से फरार होने के बाद उनके सहयोगियों पर भी निवासियों और पुलिस पर हमला करने का मामला दर्ज किया गया था. पिछले मंगलवार को जब अधिकारियों ने त्यागी को गिरफ्तार किया तो उनके समर्थकों ने बीजेपी और त्यागी समुदाय को निशाना बनाने के आरोप में पुलिस और महिला के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.
महिला ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि “सभी को 75वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं. भारत को आजादी 75 साल पहले अंग्रेजों से मिली थी. हम ग्रैंड ओमेक्स में बस किसी भी गुंडाराज से आजादी चाहते हैं. मेरे साथ क्या हुआ, यह सभी ने ट्विटर और अन्य वीडियो पर देखा. मेरे साथ जो हुआ वह बुरा था. जिसने ऐसा किया उसे सजा मिल रही है... मुझे अपनी बहन कहने से कोई फायदा नहीं होगा. सॉरी बोलने से कोई फायदा नहीं होगा. अंग्रेज चले गए और सॉरी छोड़ गए"
मामले के राजनीतिकरण के बारे में बात करते हुए, महिला ने स्पष्ट किया कि उसकी लड़ाई केवल एक व्यक्ति के खिलाफ है, न कि किसी समुदाय या राजनीतिक दल के खिलाफ. उसने कहा कि
पिछले सप्ताह अवैध प्रवेश और धमकाने-हमला करने के आरोप में गिरफ्तार श्रीकांत त्यागी के छह समर्थकों को मंगलवार को जमानत दे दी गई. आरोपियों के वकील सुशील भाटी ने कहा कि उनके खिलाफ जमानती आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है और इसलिए, उन्हें जमानत दी गई.
नितिन त्यागी, लोकेंद्र त्यागी, राहुल त्यागी, चर्चिल राणा, प्रिंस त्यागी और रवि पंडित पर 7 अगस्त को IPC की धारा 147 , 447, 504, 506 , 323 और 419 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
इनके अलावा 8 अगस्त को नोएडा पुलिस ने श्रीकांत त्यागी को मेरठ से तीन साथियों राहुल, नकुल त्यागी और संजय सहित गिरफ्तार कर लिया था. राहुल, नकुल और संजय को नोएडा कोर्ट ने मंगलवार को जमानत दे दी.
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