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उबर ने बुधवार, 24 मार्च को अपनी पहली राष्ट्रीय चालक सलाहकार समिति(National Driver Advisory Council) शुरू करने की घोषणा की. ये परिषद महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने और अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कंपनी और ड्राइवरों के बीच दो-तरफा संवाद की सुविधा प्रदान करेगी.
इस पहल के तहत एक स्वतंत्र बोर्ड निगरानी मंच का गठन किया गया है जो ड्राइवरों की समस्याएं सामने लाएगा. राष्ट्रीय चालक सलाहकार परिषद (NDAC) ने गुरुग्राम में अपनी उद्घाटन बैठक की और एक बयान में कहा कि परिषद का हिस्सा बनने के लिए छह महानगरों से 35 से अधिक ड्राइवरों को एक प्रक्रिया के तहत चुना गया है.
ये ड्राइवर कार, ऑटो-रिक्शा और मोटरबाइक सहित उबर पर कई सेवाओं से चुने गए हैं और मंच पर हजारों ड्राइवरों के हितों का प्रतिनिधित्व करेंगे. कंपनी ने कहा,
परिषद के काम पर स्वतंत्र निगरानी रखने के लिए डीएसी के पास बेंगलुरु स्थित थिंक टैंक, आप्टी इंस्टीट्यूट के नेतृत्व में एक थर्ड पार्टी समीक्षा बोर्ड है. डीएसी के निर्माण में मदद, चर्चाओं को नियंत्रित, कार्रवाई को फॉलो-अप और बोर्ड पहल को आगे बढ़ाने जैसे कई मुद्दों में ये मदद करेगा.
जो ड्राइवर परिषद का हिस्सा होंगे वो कुछ महीनों के अंतराल पर, प्रतिक्रिया साझा करने, सुझाव देने और मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उबर इंडिया नेतृत्व टीम से मिलते रहेंगे.
उबर इंडिया और दक्षिण एशिया के अध्यक्ष प्रभजीत सिंह ने कहा, "ड्राइवर एडवाइजरी काउंसिल ड्राइवरों को सीधे सुनने और उनकी जरूरतों पर 100 प्रतिशत ध्यान केंद्रित करने का हमारा गंभीर प्रयास है."
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