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सोशल मीडिया पर एक फेक 'सरकारी आदेश' की फोटो वायरल हो रही है. 'आदेश' को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश के सीएम ने 1 मार्च से 4 मई तक स्कूल और कॉलेज में छुट्टियों की घोषणा कर दी है और ये फैसला राज्य में बढ़ते कोविड-19 मामलों के मद्देनजर लिया गया है.
'सरकारी आदेश' की वायरल फोटो में लिखा है कि, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी स्कूल और कॉलेज 1 मार्च से 4 मई तक बंद करने की घोषणा करते हुए ''सभी शिक्षा विभागों'' के लिए सरकारी ऑर्डर (GO) जारी किया है.
क्विंट को Whatsapp टिपलाइन में इस फेक ऑर्डर से जुड़ी एक क्वेरी भी आई थी.
पड़ताल में हमने क्या पाया कि इस फेक ऑर्डर में कई व्याकरण संबंधी गलतियां हैं. टेक्स्ट का फॉन्ट भी अलग-अलग है. ‘School’ और ‘college’ बहुवचन में होने चाहिए लेकिन एकवचन में लिखे गए हैं. इसके अलावा ‘march’ और ‘may’ के पहले अक्षर कैपिटल में होना चाहिए थे. लेकिन इसके उलट 'Holiday' और 'Increasing' का पहला अक्षर कैपिटल में लिखा गया है. इस आदेश में कई स्पेलिंग से जुड़ी गलतियां भी हैं. जैसे Andhra को Andra, restrictions को resictions और Chief को Cheif लिखा गया है.
इससे साफ होता है कि ये 'सरकारी आदेश' फेक है. क्योंकि अगर ये एक असली सरकारी आदेश होता तो इस तरह की गलतियां न होतीं.
हमें इस घोषणा से जुड़ी न तो कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट मिली और न ही आंध्र प्रदेश की ऑफिशियल वेबसाइट पर इस तरह का कोई सरकारी आदेश मिला.
हमने स्कूल एजूकेशन विभाग की वेबसाइट पर दूसरे सरकारी आदेशों को भी देखा जिसका एक सैंपल नीचे देखा जा सकता है. इस वायरल फोटो से तुलना करने पर हमें पता चला कि इस तरह के आदेश में सीएम की फोटो नहीं होती और पूरा टेक्स्ट एक जैसे फॉन्ट में ही लिखा जाता है. आदेश में आदेश का नंबर और उसके जारी होने की तारीख भी लिखी रहती है.
चीफ मिनिस्टर ऑफिस की ओर से कहा गया है कि प्राइमरी कक्षाएं भी शुरू की जा चुकी हैं.
राज्य में पिछले साल 2 नवंबर को कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल और कॉलेज खोले जा चुके थे. 6 से 8 तक की कक्षाएं 23 नवंबर से शुरू की जा चुकी थीं. जबकि, कक्षा 1 से 5 तक के स्कूल इसी साल 1 फरवरी से खोले जा चुके हैं.
मतलब साफ है, आंध्र प्रदेश में ऐसा कोई सरकारी आदेश जारी नहीं हुआ है जिसमें ये कहा गया हो कि 1 मार्च से 4 मई तक प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज में छुट्टियां रहेंगी. वायरल हो रहा सरकारी आदेश फेक है.
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